श्री रेणुका जी ( हिमाचल वार्ता न्यूज)( रेणु ब्यास) देवभूमि रेणुका जी में मां-पुत्र के मिलन व स्नेह के प्रतीक अंतरराष्ट्रीय रेणुका जी मेले में शुक्रवार को एकादशी के मौके पर हजारों श्रद्धालुओं ने पवित्र झील रेणुका जी में स्नान किया। इससे पहले महामंडलेश्वर दयानंद भारती महंत रणेंद्र मुनि व दीनदयाल पुरी सहित सैकड़ों साधु-संतों मंदिरों में पूजा अर्चना कर पवित्र झील रेणुका जी की परिक्रमा की। इसके बाद स्नान किया।इस दौरान संतो के स्नान करने के बाद के श्रद्धालुओं ने स्नान किया। एकादशी के मौके पर रेणुका जी झील में स्नान करने के लिए रेणुका जी सहित आसपास के क्षेत्रों से व हरियाणा, पंजाब व उत्तराखंड आदि राज्यों से भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। स्थानीय श्रद्धालुओं ने नए अनाज से मंदिरों में पूजा अर्चना के बाद झील के परिक्रमा मार्ग पर अनाज चढ़ाया। अनाज से स्थानीय लोगों की पूजा अर्चना करने के लिए कई मान्यताएं है। आज करीब 10 हजार श्रद्धालुओं ने रेणुका जी झील में डुबकी लगाई।रेणुकाजी तीर्थ पुरातन भारतीय संस्कृति से जुड़ा आस्था और श्रद्धा का ऐसा केंद्र बिंदु है। यहां आज भी समृद्ध परंपराओं की झलक देखने को मिलती है। प्रबोधिनी एकादशी से पूर्व दशमी के दिन प्रतिवर्ष भगवान विष्णु के अवतार भगवान परशुराम अपनी माता रेणुकाजी से मिलने आते हैं, इसी दिन से यह लोक उत्सव आरंभ होता है।6 दिन तक चलने वाले इस मेले में हर रोज हजारों श्रद्धालु आते हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए मेले के दौरान अनेक गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। इनमें खेल प्रतियोगिताएं व महिलाओं व पुरूषों के लिए अलग -अलग दंगल करवाए जा रहे हैं। दर्शकों का स्वस्थ मनोरंजन हो, इसके लिए मेले की सभी सांस्कृतिक संध्याओं को आकर्षक बनाने के प्रयास किए गए हैं। 5 नवम्बर को 3000 महिलाओं की महानाटी के आयोजन का कार्यक्रम रखा गया है।
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Saturday, July 5