Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Breakng
    • सिरमौर में 203 नव नियुक्त वन मित्रों को किया जा रहा है प्रशिक्षित
    • मंदिर के भंडार गृह में छिपाकर रखी थी चरस
    • विधानसभा उपाध्यक्ष ने जिला स्तरीय तीन दिवसीय माँ भंगायणी मेले का किया समापन
    • नेशनल हाईवे पर ओवर स्पीड व यातायात पर 18 चलान काटे,18 हजार जुर्माना वसूला
    • पांवटा साहिब जामनिवाला स्कूल के मैदान में 5 मई को होंगे ट्रायल
    • मामचद ग़ोयल एंड संस लाइमस्टोन माइन व‌ अन्य द्वारा पांवटा में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Himachal Varta
    • होम पेज
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सिरमौर
      • ऊना
      • चंबा
      • लाहौल स्पीति
      • बिलासपुर
      • मंडी
      • सोलन
      • कुल्लू
      • हमीरपुर
      • किन्नोर
      • कांगड़ा
    • खेल
    • स्वास्थ्य
    • चण्डीगढ़
    • क्राइम
    • दुर्घटनाएं
    • पंजाब
    • आस्था
    • देश
    • हरियाणा
    • राजनैतिक
    Monday, May 5
    Himachal Varta
    Home»हरियाणा»किसान संगठनों ने मांग की है कि केंद्र सरकार सभी किसानों व मजदूरों के लिए राहत पैकेज जारी करे।
    हरियाणा

    किसान संगठनों ने मांग की है कि केंद्र सरकार सभी किसानों व मजदूरों के लिए राहत पैकेज जारी करे।

    By Himachal VartaJuly 24, 2023
    Facebook WhatsApp

    करनाल ( हिमाचल वार्ता न्यूज़  )   पंजाब और हरियाणा के किसान संगठन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए सरकारों द्वारा की गई घोषणाओं से सहमत नहीं है। किसान नेताओं ने सरकार की घोषणाओं को ऊंट के मुंह में जीरे के समान बताया है। बैठक में एलान किया गया कि अगर सरकार किसान संगठनों की सिफारिश के अनुसार घोषणाएं नहीं करती तो 22 अगस्त को दोनों राज्यों के किसान चंडीगढ़ कूच करेंगे। मोहाली में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश के किसान संगठनों की संयुक्त बैठक हुई। हरियाणा से भारतीय किसान यूनियन सर छोटूराम के प्रवक्ता बहादुर मेहला बलड़ी और कोर कमेटी सदस्य जगदीप ओलख शामिल हुए। मीटिंग में बाढ़ से प्रभावित किसानों की मदद करने और उनकी समस्याओं का हल करवाने पर मंथन हुआ।भाकियू सर छोटूराम के प्रवक्ता बहादुर मेहला ने कहा कि उत्तर भारत के बाढग़्रस्त अलग-अलग राज्यों में तबाही हुई, जिससे किसानों की करोड़ों एकड फसल बर्बाद होगी चुकी है। कई किसान मौत का शिकार हो गए। सभी किसान संगठनों ने मांग की केंद्र सरकार सभी किसान और मज़दूरों के लिए राहत पैकेज जारी करे। सभी नदियों के बांधों को चौड़ा और मजबूत किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि घग्गर नदी का बांध हाई कोर्ट के ऑर्डर जो पास हुआ है ,उसके तहत हरियाणा और पंजाब सरकार जल्द से जल्द काम शुरू करे। राज्य सरकारें किसानों के खराब हुई ट्यूबवेल पूरा खर्चा दिया जाए और गरीब मजदूर के घरों की मरम्मत के लिए पांच लाख रुपए राहत राशि जारी करे। उन पशु पालकों को एक लाख रुपए दिए जाएं, जिनका पशु बाढ़ से मौत का ग्रास बन गया। किसानों को 50 हजार रुपए प्रति एकड मुआवज़ा दिया जाए। बाढ़ के कारण जान गंवाने वालों के परिवारों को 10 लाख रुपए मुआवजा दिया जाए।

    Follow on Google News Follow on Facebook
    Share. Facebook Twitter Email WhatsApp


    Demo

    Recent
    • सिरमौर में 203 नव नियुक्त वन मित्रों को किया जा रहा है प्रशिक्षित
    • मंदिर के भंडार गृह में छिपाकर रखी थी चरस
    • विधानसभा उपाध्यक्ष ने जिला स्तरीय तीन दिवसीय माँ भंगायणी मेले का किया समापन
    • नेशनल हाईवे पर ओवर स्पीड व यातायात पर 18 चलान काटे,18 हजार जुर्माना वसूला
    • पांवटा साहिब जामनिवाला स्कूल के मैदान में 5 मई को होंगे ट्रायल
    Recent Comments
    • Sandeep Sharma on केन्द्र ने हिमालयी राज्यों को पुनः 90ः10 अनुपात में धन उपलब्ध करवाने की मांग को स्वीकार किया
    • Sajan Aggarwal on ददाहू मैं बिजली आपूर्ति में घोर अन्याय
    © 2025 Himachal Varta. Developed by DasKreative.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.