बिलासपुर ( हिमाचलवार्ता न्यूज़ ) अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) बिलासपुर के प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ विभाग में पहली लेप्रोस्कोपिक सफल सर्जरी की गई। विभागाध्यक्ष डॉक्टर पूजन और उनकी टीम ने पहली सर्जरी की। बिलासपुर एम्स में सुविधाएं बढ़ रही हैं। इसी कड़ी में ओबीजी विभाग में लोगों के लिए एक और सुविधा जुड़ गई है। विभाग में लेप्रोस्कोपी सर्जरी की सुविधा शुरू कर दी गई है। एम्स में गेस्ट्रोलॉजी को छोड़कर सभी विभागों की ओपीडी शुरू कर दी गई है, जिस कारण प्रदेश के लोगों को पीजीआई के चक्कर काटने से राहत मिली है। अब लेप्रोस्कोपिक सर्जरी शुरू होने से प्रदेश के लोगों को एक और बड़ी राहत मिली है। एम्स में करीब आठ माह पहले प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ विभाग के लेबर रूम ने काम करना शुरू कर दिया था। इसमें स्त्री रोग से संबंधित नियमित और आपातकालीन सिजेरियन, ओवेरियन सिस्ट, एंडोमेट्रिसाइड, थाईब्रॉएड (रसोली), गायनी का कैंसर, इनफर्टिलिटी की सुविधा मिलेगी। इसके साथ ही विभाग में प्रसूति और स्त्री रोग अल्ट्रासाउंड भी किए जा रहे हैं। प्रदेश की जनता को बेहतर सुविधाएं देने के लिए एम्स ओबीजी विभाग निरंतर आगे बढ़ रहा है। इसके अलावा आगामी कुछ माह में कोलपोस्कोपी एंड डायरेक्ट सर्जरी योजना पर भी कार्य चल रहा है। इसमें महिलाओं के गर्भाशय में होने वाले कैंसर का पता लगाया जाता है और अत्याधुनिक तकनीक से इसमें सर्जरी के माध्यम से इसका इलाज किया जाता है। साथ ही भविष्य में इन विषयों में पोस्ट ग्रेजुएशन भी शुरू होगी। बता दें कि एम्स में सीनियर और जूनियर रेजिडेंट के कुल 183 पद हैं। इनमें 50 सीनियर रेजिडेंट और 50 जूनियर रेजिडेंट के पद स्वीकृत हैं। जूनियर रेजिडेंट के सभी पद भरे गए हैं, लेकिन सीनियर के 21 ही पद भरे गए हैं। वहीं अन्य पद खाली चल रहे हैं।
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Friday, May 30