Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Breakng
    • समय पर चिकित्सा नही मिलने से राजगढ़ में दो की मौत, एम्बुलेंस सड़क को लेकर एसडीएम को ज्ञापन
    • नशा तस्कर रवि कुमार को 11 साल की कैद और एक लाख का जुर्माना
    • सैनवाला स्कूल के छात्रों ने विप्रो अर्थियन अवार्ड में प्रदेश में पाया पहला स्थान
    • अरिहंत इंटरनेशनल स्कूल की आयुषी शर्मा ने 95.6प्रतिशत अंक झटके, सीबीएसई जमा दो का शत प्रतिशत रहा रिज़ल्ट
    • मेडिकल कॉलेज को लेकर भाजपा व नाहन की जनता का बडा चौक में धरना : डा बिंदल
    • किरयाना की दुकान से 06 लीटर पकड़ी शराब
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Himachal Varta
    • होम पेज
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सिरमौर
      • ऊना
      • चंबा
      • लाहौल स्पीति
      • बिलासपुर
      • मंडी
      • सोलन
      • कुल्लू
      • हमीरपुर
      • किन्नोर
      • कांगड़ा
    • खेल
    • स्वास्थ्य
    • चण्डीगढ़
    • क्राइम
    • दुर्घटनाएं
    • पंजाब
    • आस्था
    • देश
    • हरियाणा
    • राजनैतिक
    Wednesday, May 14
    Himachal Varta
    Home»हिमाचल प्रदेश»शिमला»आंगनबाड़ी वर्कर्ज की शैक्षणिक योग्यता मांगी,
    शिमला

    आंगनबाड़ी वर्कर्ज की शैक्षणिक योग्यता मांगी,

    By Himachal VartaOctober 27, 2023
    Facebook WhatsApp
    शिमला ( हिमाचल वार्ता न्यूज)प्री-नर्सरी टीचर भर्ती से पहले आंगनबाड़ी वर्करों को स्कूलों में कोटा देने पर शिक्षा सचिव राकेश कंवर ने महिला एवं बाल विकास विभाग की निदेशक रूपाली ठाकुर के साथ पहली बैठक की है। गुरुवार को सचिवालय में हुई इस बैठक में दोनों विभागों में चल रहे कई सवाल उठे हैं। इनसवालों को देखते हुए शिक्षा सचिव ने आंगनबाड़ी वर्करों की शैक्षणिक योग्यता और मानदेय को लेकर कुछ और जानकारी मांगी है। महिला एवं बाल विकास विभाग से पूछा गया है कि वर्तमान में 18925 आंगनबाड़ी केंद्रों में नियुक्त आंगनबाड़ी वर्करों की शैक्षणिक योग्यता क्या है और इन्हें अभी इन्सेंटिव मिलाकर कितना भुगतान हो रहा है? इस बैठक के दौरान एक मुख्य सवाल यह उठा है कि आंगनबाड़ी वर्कर को प्री-नर्सरी के लिए स्कूल में लेने के बाद उसे आंगनबाड़ी केंद्र के तहत भारत सरकार के अन्य कार्यक्रमों का क्या होगा? आंगनबाड़ी में प्री स्कूल एजुकेशन के अलावा गर्भवती महिलाओं की रजिस्ट्रेशन, मॉनिटरिंग, पोषाहार और धात्री महिलाओं को लेकर भी कई तरह के कार्यक्रम चलते हैं? यह भी चर्चा हुई कि यदि आंगनबाड़ी वर्कर को प्री-नर्सरी में लेना है, तो छह महीने का ब्रिज कोर्स भी करवाना होगा।महिला एवं बाल विकास विभाग से एक फीडबैक यह भी रखा गया कि सरकारी स्कूलों की तरह आंगनबाड़ी में भी अब बच्चों की संख्या कम हो रही है। इसकी सबसे बड़ी वजह शहरी क्षेत्र में खुल रहे प्ले स्कूल हैं। अभिभावक अपने बच्चों को पोषाहार के बजाय इसलिए प्ले स्कूल में भेज रहे हैं, ताकि वे स्कूल जाने से पहले कुछ सीखें। शिक्षा सचिव ने समग्र शिक्षा और महिला एवं बाल विकास विभाग से इस मामले में कुछ और बिंदु भी बताने को कहा है। आंगनबाड़ी और प्री-स्कूल की को-लोकेशन को लेकर भी बात हुई। इस बैठक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति में दिए गए मैंडेट के दायरे में ही आगे बढ़ाने की बात कही गई है।
    Follow on Google News Follow on Facebook
    Share. Facebook Twitter Email WhatsApp


    Demo

    Recent
    • समय पर चिकित्सा नही मिलने से राजगढ़ में दो की मौत, एम्बुलेंस सड़क को लेकर एसडीएम को ज्ञापन
    • नशा तस्कर रवि कुमार को 11 साल की कैद और एक लाख का जुर्माना
    • सैनवाला स्कूल के छात्रों ने विप्रो अर्थियन अवार्ड में प्रदेश में पाया पहला स्थान
    • अरिहंत इंटरनेशनल स्कूल की आयुषी शर्मा ने 95.6प्रतिशत अंक झटके, सीबीएसई जमा दो का शत प्रतिशत रहा रिज़ल्ट
    • मेडिकल कॉलेज को लेकर भाजपा व नाहन की जनता का बडा चौक में धरना : डा बिंदल
    Recent Comments
    • Sandeep Sharma on केन्द्र ने हिमालयी राज्यों को पुनः 90ः10 अनुपात में धन उपलब्ध करवाने की मांग को स्वीकार किया
    • Sajan Aggarwal on ददाहू मैं बिजली आपूर्ति में घोर अन्याय
    © 2025 Himachal Varta. Developed by DasKreative.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.