Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Breakng
    • हाईकोर्ट के आदेशों की उड़ रही सरेआम धज्जियां एनएच 707 पर डायनामाइट से पहाड़ उड़ा कर
    • पुलिस थाना पुरुवाला ने सट्टा लगवाते युवक को रंगे हाथ पकड़ा
    • रेणुका में भाजपा को बडे झटके के साथ 05 परिवार कांग्रेस में शामिल
    • मेरा युवा भारत” ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी को किया याद
    • पांवटा साहिब में नकली दवाओं की आपूर्ति करने वाले रैकेट का भंडाफोड़
    • आसमान में इंद्र और धरती पर सुखविंदर सकहर ढा रहे हैं हिमाचल में – मेला राम शर्मा।
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Himachal Varta
    • होम पेज
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सिरमौर
      • ऊना
      • चंबा
      • लाहौल स्पीति
      • बिलासपुर
      • मंडी
      • सोलन
      • कुल्लू
      • हमीरपुर
      • किन्नोर
      • कांगड़ा
    • खेल
    • स्वास्थ्य
    • चण्डीगढ़
    • क्राइम
    • दुर्घटनाएं
    • पंजाब
    • आस्था
    • देश
    • हरियाणा
    • राजनैतिक
    Tuesday, July 8
    Himachal Varta
    Home»हिमाचल प्रदेश»शिमला»अब हिमाचल में सरकारी स्कूलों को गोद लिया जा सकेगा।
    शिमला

    अब हिमाचल में सरकारी स्कूलों को गोद लिया जा सकेगा।

    By Himachal VartaJanuary 15, 2024
    Facebook WhatsApp
    शिमला ( हिमाचल वार्ता न्यूज)शैक्षणिक स्तर को सुधारने के मकसद से राज्य सरकार ने यह कदम उठाया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विद्यालय द हिमाचल स्कूल एडॉप्शन कार्यक्रम की शुरुआत की है। इसके तहत प्रदेशवासियों को राजकीय पाठशालाओं को गोद लेने का अवसर प्रदान किया जाएगा। इससे वे शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने में अपना योगदान दे पाएंगे। सचिवालय और निदेशालय में सेवाएं दे रहे शिक्षा विभाग के अधिकारी, उपनिदेशक, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थान के समन्वयक, प्रधानाचार्य, राज्य शिक्षा परिषद अनुसंधान और प्रशिक्षण और हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के अधिकारी भी एक-एक स्कूल गोद लेंगे और इसके प्रतिपालक (मेंटर) होंगे। कार्यक्रम के तहत मेरा स्कूल-मेरा गौरव अभियान प्रदेशवासियों और संस्थाओं को अपनी पसंद का स्कूल गोद लेने को प्रेरित करेगा। इन स्कूलों में वे छात्रों को सामाजिक सहायता कार्यों से जोडऩे और उनके लिए कैरियर परामर्श, विभिन्न परीक्षाओं के लिए अतिरिक्त या विशेष कक्षाएं लेने, योग प्रशिक्षण सहित विभिन्न स्तर पर मार्गदर्शन प्रदान कर सकेंगे।सरकारी स्कूलों के लिए शैक्षिक सहायता टीम और गैर-शैक्षिक सहायता टीम स्थापित की जाएंगी। यह टीम भावी पीढ़ी के उज्ज्वल भविष्य की मजबूत नींव स्थापित करने में बिना किसी वित्तीय या अन्य लाभ के सरकार का सहयोग करेगी। सेवानिवृत्त शिक्षक या कर्मचारियों, पेशेवरों, गृहणियों और समाज के अन्य व्यक्तियों को इन टीमों से जुडऩे के लिए प्रेरित किया जाएगा। शैक्षिक सहायता टीम में शामिल लोग पाठशालाओं में शिक्षकों की कमी या अध्यापकों के अवकाश पर होने के चलते छात्रों को पढ़ाएंगे। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि समाज के समावेशी विकास में मूल्य आधारित शिक्षा प्रणाली की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। छात्रों को गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के लिए मजबूत शैक्षणिक अधोसंरचना का निर्माण भी बेहद आवश्यक है।
    Follow on Google News Follow on Facebook
    Share. Facebook Twitter Email WhatsApp


    Demo

    Recent
    • हाईकोर्ट के आदेशों की उड़ रही सरेआम धज्जियां एनएच 707 पर डायनामाइट से पहाड़ उड़ा कर
    • पुलिस थाना पुरुवाला ने सट्टा लगवाते युवक को रंगे हाथ पकड़ा
    • रेणुका में भाजपा को बडे झटके के साथ 05 परिवार कांग्रेस में शामिल
    • मेरा युवा भारत” ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी को किया याद
    • पांवटा साहिब में नकली दवाओं की आपूर्ति करने वाले रैकेट का भंडाफोड़
    Recent Comments
    • Sandeep Sharma on केन्द्र ने हिमालयी राज्यों को पुनः 90ः10 अनुपात में धन उपलब्ध करवाने की मांग को स्वीकार किया
    • Sajan Aggarwal on ददाहू मैं बिजली आपूर्ति में घोर अन्याय
    © 2025 Himachal Varta. Developed by DasKreative.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.