नाहन (हिमाचल वार्ता न्यूज):- हिमाचल प्रदेश को खाद्य वस्तुओं के सैंपल की जांच को लेकर आधुनिक सुविधाओं से लैस पहली चलती फिरती लैब सिरमौर को मिली है। इसको लेकर केंद्र सरकार की तरफ से हिमाचल को पहला वाहन भेज दिया गया है। हालांकि अभी इस वाहन में बनाई गई लैब शुरू नहीं हुई है।इसके लिए अभी स्टाफ व अन्य औपचारिकताओं को पुरा किया जा रहा है। इसके बाद लैब में कार्य शुरू हो जाएगा। आधुनिक सुविधाओं से लैस इस वाहन के मिलने से खाद्य वस्तुओं में की जा रही मिलावट की शिकायतों पर अब तेज गति से कार्रवाई होने की उम्मीद है।पहले संबंधित अधिकारियों की टीमों द्वारा सैंपल को एकत्रित कर प्रदेश की कंडाघाट और महाराष्ट्र आदि क्षेत्रों की लैबों में जांच के लिए भेजा जाता था। अब इस लैब के माध्यम से कहीं भी सैंपल की जांच की जा सकेगी। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश को यह एकमात्र वाहन मिला है। इसे जिला सिरमौर में भेजा गया है। इस वाहन को सिरमौर के अलावा अन्य जिलों के लिए भी प्रयोग में लाया जा सकता है। उक्त मोबाइल लैब के माध्यम से न केवल खाद्य वस्तुओं की सैंपल की जांच होगी बल्कि उपभोक्ताओं को जागरूक करने को लेकर भी काम किया जाएगा। वाहन पर फूड सेफ्टी ऑन व्हील्स के साथ-साथ जागो ग्राहक जागो आदि अंकित किया गया है। इसके माध्यम से उपभोक्ताओं को भविष्य में मिलावट को लेकर भी जागरूक किया जा सकेगा। लैब के लिए स्टाफ व अन्य औपचारिकताएं पुरी होते ही सेवाएं शुरू होंगी। उक्त लैब के माध्यम से मौके पर ही खाद्य वस्तुओं के सैंपल की जांच की जा सकेगी।
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Friday, July 4