नाहन ( हिमाचल वार्ता न्यूज):– भारतीय प्रबंधन संस्थान सिरमौर (आईआईएम सिरमौर) ने हाल ही में 16 से 18 मई, 2024 तक आयोजित एचआर रिट्रीट नेविगेटिंग द इमर्जिंग ट्रेंड्स नामक तीन दिवसीय प्रबंधन विकास कार्यक्रम (एमडीपी) का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम तक्षशिला संधारणीय आजीविका एवं सामुदायिक विकास केंद्र , टीएचडीसीआईएल , ऋषिकेश, उत्तराखंड में आयोजित किया गया था। इस प्रशिक्षण की मेजबानी टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड द्वारा की गई थी, जिसका लक्ष्य टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड, एसजेवीएनएल , यूजेवीएनएल, एनएचपीसी, रैटल एचपीसीएल, पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया सहित विभिन्न सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) से मानव संसाधन समूह को एक साथ लाना था।
इसके अलावा , आरईसी लिमिटेड और नीपको से भी प्रतिभागी थे। एमडीपी का उद्घाटन गीता कपूर एसजेवीएन लिमिटेड के पूर्व अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक शल्लिंदर सिंह , निदेशक (कार्मिक) टीएचडीसीआईएल और वीर सिंह सीजीएम (एचआर एंड ए) , टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के द्वारा किया गया। आईआईएम सिरमौर में सीएमडीपी और एलडीपी के अध्यक्ष डॉ. शशि कांत श्रीवास्तव ने प्रतिष्ठित व्यक्तियों को सम्मानित किया। एमडीपी का संचालन आईआईएम सिरमौर के निदेशक प्रोफेसर प्रफुल्ल वाई अग्निहोत्री के मार्गदर्शन में किया गया। डॉ. रिंकी दहिया और डॉ. सोनाक्षी गुप्ता, कार्यक्रम निदेशक और संगठनात्मक व्यवहार और मानव संसाधन प्रबंधन में विशेषज्ञता वाले संकाय सदस्यों के साथ-साथ सूचना प्रौद्योगिकी और सिस्टम विभाग से डॉ. शशि कांत श्रीवास्तव ने सत्र को सुगम बनाया।
एचआर रिट्रीट को मानव संसाधन पेशेवरों और प्रबंधन अधिकारियों को आज के तेजी से विकसित हो रहे व्यावसायिक परिदृश्य में आगे बढ़ने के लिए आवश्यक अत्याधुनिक रणनीतियों और अंतर्दृष्टि से लैस करने के लिए डिज़ाइन किया गया था। कार्यक्रम में मानव संसाधन में नवीनतम रुझानों, नवाचारों और सर्वोत्तम प्रथाओं की व्यापक खोज की गई। कार्यक्रम के दौरान शामिल किए गए प्रमुख विषयों में शामिल हैं। उच्च प्रदर्शन वाली टीमों का निर्माण , नेतृत्व की समकालीन शैली, 2024 के लिए आवश्यक नेतृत्व गुण, परिवर्तन प्रबंधन , एचआर मैट्रिक्स और डैशबोर्ड का उपयोग, और एचआर में ब्लॉकचेन तकनीक, इंटरैक्टिव कार्यशाला , चर्चा प्रायोगिक प्रयास इत्यादी। डॉ. रिंकी दहिया ने बताया की तकनीकी प्रगति , डिजिटल परिवर्तन और कार्यस्थल की बदलती गतिशीलता में महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्रदान करना ही लक्ष्य था, जो सभी मानव संसाधन रणनीतियों और प्रथाओं को नया आकार देने के लिए आवश्यक हैं। मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) आर.के. झा, निदेशक (कार्मिक), नीपको, और श्री टीएचडीसीआईएल के निदेशक (कार्मिक) शल्लिंदर सिंह ने समापन समारोह के दौरान प्रतिभागियों को कार्यक्रम के सफल समापन पर बधाई दी। एस.के. शर्मा एजीएम (एचआरडी) और रवि बुधलाकोटी प्रबंधक (एचआरडी) ने समापन समारोह में धन्यवाद ज्ञापन दिया। यह कार्यक्रम आईआईएम सिरमौर और अग्रणी सार्वजनिक उपक्रमों के बीच भविष्य की ज्ञान साझेदारी के लिए निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जो मानव संसाधनों के विकास में सहयोगात्मक प्रयासों के लिए एक मानक स्थापित करना है।