नाहन( हिमाचल वार्ता न्यूज) (एसपी जैरथ):- 25 जून साल 1975 में कांग्रेस सरकार ने अपनी राजगद्दी बचाने के लिए आज के ही दिन देश में इमरजेंसी लागू हुई थी। हिमाचल के कई नेताओं को भी एमरजैंसी का विरोध के चलते जेल जाना पड़ा था। जिनमे भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष व नाहन से पूर्व विधायक रहे डॉ राजीव बिन्दल भी शामिल थे ।
नाहन में मीडिया से बात करते हुए डॉ राजीव बिंदल ने कहा कि 25 जून 1975 का दिन भारत के इतिहास का सबसे काला दिन था क्योंकि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने सिर्फ अपनी राजगद्दी को बचाने के लिए देश में आपातकाल लागू किया।
उन्होंने कहा की एमरजेंसी के विरोध के चलते हैं कई लोगों को जेल में जाना पड़ा था और कई प्रकार की यातनाएं सहनी पड़ी थी। युवाओं को आपातकाल का समय हमेशा याद रखना चाहिए क्योंकि अगर लोकतंत्र जिंदा रहेगा तभी देश आगे बढ़ पाएगा।
डॉ राजीव बिंदल ने इस दौरान उस समय आपातकाल का विरोध करने के चलते जेल में बिताए अपने साढ़े 4 महीनों को भी याद किया। उन्होंने बताया कि वह करनाल की जेल में साढ़े 4 महीने रहे और उन पर ऐसा कानून लागू कर मामला दर्ज किया गया की जेल से बाहर निकाला मुश्किल लग रहा था। उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस संविधान की दुहाई दे रही है लेकिन 1975 में कांग्रेस ने संविधान की धज्जियां उड़ाई है। जिसे देश कभी नही भूल सकता।