Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Breakng
    • श्रीरेणुकाजी में गुरु पूर्णिमा पर गुरु-शिष्य परंपरा का भावपूर्ण निर्वहन
    • सिरमौर में भारी बारिश से ₹1.32 करोड़ का नुकसान और 43 सड़कें बंद
    • पच्छाद में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका के 7 पद भरे जाएंगे- सीडीपीओ
    • रोटरी के नवनियुक्त प्रधान ने की उपायुक्त प्रियंका वर्मा से मुलाकात
    • छेड़छाड़ का आरोपी शिक्षक 14 दिन के ज्यूडिशियल रिमांड पर जेल भेजा..
    • विधान सभा उपाध्यक्ष का सिरमौर प्रवास कार्यक्रम
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Himachal Varta
    • होम पेज
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सिरमौर
      • ऊना
      • चंबा
      • लाहौल स्पीति
      • बिलासपुर
      • मंडी
      • सोलन
      • कुल्लू
      • हमीरपुर
      • किन्नोर
      • कांगड़ा
    • खेल
    • स्वास्थ्य
    • चण्डीगढ़
    • क्राइम
    • दुर्घटनाएं
    • पंजाब
    • आस्था
    • देश
    • हरियाणा
    • राजनैतिक
    Friday, July 11
    Himachal Varta
    Home»हिमाचल प्रदेश»सिरमौर»नाहन के गांव पडदुनी में भारी बरसात से धान की फसल नष्ट
    सिरमौर

    नाहन के गांव पडदुनी में भारी बरसात से धान की फसल नष्ट

    By Himachal VartaSeptember 30, 2024
    Facebook WhatsApp

    नाहन ( हिमाचल वार्ता न्यूज):- नाहन विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले गांव पडदुनी में भारी बरसात न कहर बरपाया  है। यहाँ क्षेत्र के किसानों की सैकड़ो बीघा भूमि में लगी धान की फसल तबाह हो गई है। फसल समेत खेत खलियान का भारी बरसात से नदी नलों में आए पानी ने नामो निशान मिटा दिया है। किसानों को कई सालों अपने खेतों में खेती करने की चिंताएं सता रही है ।

    मीडिया से रूबरू हुए स्थानीय किसानों ने बताया कि उनकी सैकड़ो बीघा में धान की नगदी फसल लगी थी क्षेत्र में एक प्रमुख धान की नगदी फसल की बंपर पैदावार की जाती है । लेकिन इस बार भारी बरसात ने सैकड़ो बीघा भूमि में धान की फसल को बर्बाद करके रख दिया है । यहां भारी बरसात से नदी नालों में आए भारी पानी ने खेतों में घुसकर फसल समेत खेत खलियान बरसाती नालों में तब्दील कर दिए हैं।

    किसानों का कहना है कि वह आने वाले कई साल अपने खेतों में फसल नहीं लगा पाएंगे । चारों ओर बरसात से आए मालवा व भारी पत्थर फैले हैं।  ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि अभी तक उन्हें कोई मुआवजा भी प्रशासन व सरकार की तरफ से नहीं दिया गया है केवल मात्र औपचारिकता ही पूरी की जा रही है जिससे स्थानीय ग्रामीणों में आक्रोश पनपा है।

    मौके पर पहुंचे समाजसेवी नाथूराम चौहान ने बताया कि क्षेत्र के किसानों की नगदी फसलों समेत रिहायशी मकान खेत खलियान तबाह हो गए हैं । आने वाले कई सालों तक यहां लोग खेती करने के बारे में सोच भी नहीं सकते और जिला प्रशासन समेत सत्ताधारी नेताओं की अगर बात करें तो वह केवल मात्र मौके पर पहुंच फोटो खिंचवाने तक सीमित रहे।

    लेकिन अभी तक यहां किसानों को हुए हजारों लाखों रुपए के नुकसान को लेकर कोई भी मुआवजा राशि नहीं दी गई है। उन्होंने जिला प्रशासन से गुहार लगाई कि जल्द से जल्द यहां प्रभावित किसानों को मुआवजा जारी किया जाए।

    Follow on Google News Follow on Facebook
    Share. Facebook Twitter Email WhatsApp


    Demo

    Recent
    • श्रीरेणुकाजी में गुरु पूर्णिमा पर गुरु-शिष्य परंपरा का भावपूर्ण निर्वहन
    • सिरमौर में भारी बारिश से ₹1.32 करोड़ का नुकसान और 43 सड़कें बंद
    • पच्छाद में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका के 7 पद भरे जाएंगे- सीडीपीओ
    • रोटरी के नवनियुक्त प्रधान ने की उपायुक्त प्रियंका वर्मा से मुलाकात
    • छेड़छाड़ का आरोपी शिक्षक 14 दिन के ज्यूडिशियल रिमांड पर जेल भेजा..
    Recent Comments
    • Sandeep Sharma on केन्द्र ने हिमालयी राज्यों को पुनः 90ः10 अनुपात में धन उपलब्ध करवाने की मांग को स्वीकार किया
    • Sajan Aggarwal on ददाहू मैं बिजली आपूर्ति में घोर अन्याय
    © 2025 Himachal Varta. Developed by DasKreative.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.