नाहन ( हिमाचल वार्ता न्यूज)हमारे जीवन में हर एक दिन का विशेष महत्व होता है और विद्यार्थियों के लिए राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय दिवसों को अविस्मरणीय बनाने के लिए “ हमारे अधिकार, हमारा भविष्य” की विशेष थीम पर आधारित अरिहंत इंटरनेशनल विद्यालय में विश्व मानवाधिकार दिवस के उपलक्ष्य पर विशेष सभा का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में मंच का संचालन सभ्यता अत्री ने किया । कार्यक्रम का प्रारंभ विभिन्न – वर्गों के भाषणों से हुआ।
ग्यारहवीं कक्षा के छात्र सक्षम ने अपने विचार प्रस्तुत करते हुए मार्टिन लूथर किंग की विख्यात पंक्तियों “ न्याय में बहुत अधिक देरी न्याय से इनकार करने के समान है” के माध्यम से उपस्थित श्रोताओं को सुनने के लिए उत्सुक कर दिया।
संस्कृति कक्षा ग्यारहवीं की छात्रा ने मानवाधिकार की पृष्ठभूमि का वर्णन किया तथा छात्रों को जागरूक किया।
इसके बाद कक्षा नौवीं के छात्र सूर्यांश ने मानवाधिकार विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
कृतिका ग्यारहवीं कक्षा ने मानवाधिकार के विषय में विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को विभिन्न अधिकार प्राप्त है फिर वह किसी भी जाति, गुण तथा समुदाय से सम्बंध रखता हो।
कक्षा नौवीं के छात्र शाशवत महाजन ने मौलिक अधिकारों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की।
कार्यक्रम में विद्यालय के सामाजिक विज्ञान के अध्यापक जोहेब युसुफजई महोदय ने विस्तृत व ज्ञानवर्धन भाषण प्रस्तुत किया। जिसमें विभिन्न प्रकार के अधिकारों के बारे तथा कर्तव्यों के बारे में जानकारी प्रदान की।
कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की निदेशक व प्रधानाचार्या देविंदर साहनी ने कहा कि यह दिवस हर व्यक्ति को बुनियादी स्वतंत्रता और सुरक्षा करवाता है, चाहे उसकी जाति, लिंग, धर्म, राष्ट्रीयता कुछ भी क्यों न हो।मानव अधिकार अविभाज्य हैं, जिसका अर्थ है कि उन्हें विशिष्ट कानूनी परिस्थितियों को छोड़कर नहीं छीना जा सकता है।
विद्यालय के चैयरमैन अनिल जैन व महासचिव सचिन जैन ने कहा कि अरिहंत इंटरनेशनल विद्यालय जिला के छात्रों को उत्कृष्ट शिक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध है तथा छात्रों को उचित मंच प्रदान करने व उनको जागरूक करने के लिए इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन करता रहता है।