संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के सौजन्य से होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम में पूरे भारत के लगभग सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के पांच हजार से अधिक कलाकार एक ताल स्वर में विभिन्न प्रकार के लोक एवं जनजातीय नृत्यों की प्रस्तुति देंगे।
इस प्रदर्शन को संस्कृति मंत्रालय की ओर से 24 जनवरी को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस पर अन्य नृत्यों के साथ सिंहटू के मुख्य आकर्षण शेर को भी प्रदर्शित किया जाएगा। इसके अलावा रीछ, राल, बणमानुश, पंछी आदि के मुखौटों को अलग-अलग स्थानों पर प्रदर्शित किया जाएगा।
सिंहटू नृत्य की प्रस्तुति गणतंत्र दिवस में पहली बार होने जा रही है। सांस्कृतिक परेड में सिंहटू नृत्य के अलावा प्रदेश की कुल्लूवी, सिराजी व सिरमौरी नाटी में लगभग 200 कलाकार सांस्कृतिक परेड का हिस्सा बनेंगे।