नाहन ( हिमाचल वार्ता न्यूज़)(एसपी जैरथ)हिमाचल प्रदेश प्रिजन डिपार्टमेंट की प्रिजनर्स रिहैब स्कीम प्रभावी साबित हो रही है। जेल विभाग कैदियों की नकारात्मक ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में मोड़कर समाज के लिए प्रेरणास्रोत बन रहा है। इसका बेहतरीन उदाहरण जिला सिरमौर मुख्यालय स्थित सेंट्रल जेल नाहन में देखने को मिल रहा है।
जेल प्रशासन ने अच्छे आचरण वाले कैदियों को लघु उद्योग कार्यों में शामिल करने की पहल की है। सेंट्रल जेल परिसर में कुछ महीनों पहले शुरू हुई कार वॉशिंग सेवा ने एक लाख रुपये मासिक कारोबार का लक्ष्य हासिल कर लिया है।
जेल परिसर में प्रतिदिन 40 से 70 गाड़ियां वॉशिंग के लिए पहुंच रही हैं। इस सकारात्मक पहल के शानदार परिणामों को देखते हुए अब अच्छे आचरण वाले कैदियों को लॉन्ड्री, शेविंग कटिंग और गाड़ियों की डेंटिंग पेंटिंग का कार्य सौंपने की योजना बनाई गई है। इसके लिए बजट की कमी के बावजूद वेस्ट मटेरियल से कार्यशाला तैयार की जा रही है। यदि सामाजिक संस्थाओं का सहयोग मिलता है तो यह कार्यशाला जल्द ही पूरी हो सकती है, जिससे कैदी अपने परिवारों के लिए भी आर्थिक रूप से मददगार बन सकेंगे।
नाहन में नाई की दुकानों पर कोरोना के बाद से शेविंग और कटिंग के लिए डेढ़ सौ रुपये तक वसूले जा रहे हैं। जबकि जेल परिसर में यह सुविधा मात्र 30 से 50 रुपये में उपलब्ध कराई जाएगी। स्थानीय निवासियों ने जेल प्रशासन से अनुरोध किया था कि यदि कार वॉशिंग के साथ-साथ शेविंग, कटिंग और लॉन्ड्री की सुविधा भी शुरू हो जाए तो उनका समय और पैसा दोनों बच सकते हैं।
जेल प्रशासन की पहल से कैदियों और नागरिकों दोनों को लाभ
यदि यह सुविधाएं जल्द शुरू होती हैं तो इससे बेहतर आचरण वाले कैदियों को न केवल रोजगार मिलेगा बल्कि शहरवासियों को भी सस्ती सेवाएं मिलेंगी। जेल प्रशासन इस योजना को जल्द लागू करने की दिशा में कार्य कर रहा है।
कैदियों के मानसिक विकास और पुनर्वास की दिशा में पहल
सुपरिंटेंडेंट ऑफ़ जेल भानु प्रकाश शर्मा ने बताया कि कैदियों को स्किल आधारित कार्यों में व्यस्त करने से उनका मानसिक दबाव कम होता है और उन्हें जेल से छूटने के बाद समाज में सामान्य जीवन बिताने की दिशा और दशा मिलती है। उन्होंने कहा कि जल्द ही कार वॉशिंग के अलावा लॉन्ड्री प्रेस, हेयर कटिंग और शेविंग की सेवाएं भी शुरू की जाएंगी।