नाहन ( हिमाचल वार्ता न्यूज़) (एसपी जैरथ):- सिरमौर जिला के दुर्गम क्षेत्र हरिपुरधार में स्थित प्राथमिक पाठशाला हरिपुरधार को CM स्कूल ऑफ़ एक्सीलेंस में शामिल करने की मांग उठी है। दुर्गम इलाके में मौजूद एकमात्र ऐसा स्कूल है जहां बच्चों की संख्या लगातार बढ़ रही और मौजूदा समय में करीब 140 बच्चे स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहे है दुर्गम क्षेत्र में होने के बावजूद स्कूल के नाम कई उपलब्धियां दर्ज है।
मामले को लेकर स्कूल के SMC प्रतिनिधिमंडल ने आज जिला मुख्यालय नाहन में जिला उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा राजीव ठाकुर से मुलाकात की। स्कूल के एसएमसी अध्यक्ष मानसिंह शर्मा ने बताया कि प्राथमिक पाठशाला हरिपुरधार में बच्चों की संख्या लगातार बढ़ रही है और अभी 140 के करीब छात्र स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि दुर्गम क्षेत्र होने के बावजूद स्कूल में शैक्षणिक गतिविधियों के अलावा खेलकूद और अन्य विभिन्न गतिविधियां भी संचालित की जा रही है ऐसे में यदि इस दुर्गम मिलकर के स्कूल को CM स्कूल आफ एक्सीलेंस का दर्जा मिलता है तो यहां और बेहतर सुविधाएं स्कूल में दुर्गम ईलाके के बच्चों को मिल पाएगी।
यह स्कूल कुशल संचालन के लिए पूरे हिमाचल प्रदेश में जाना जाता है और स्कूल के बच्चों ने प्रदेश स्तर पर कई बार विभिन्न गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि जिला उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा ने भरोसा दिया है मांग को पूरा किया जाएगा। हाल में इस स्कूल से सैनिक स्कूल और जवाहर नवोदय विद्यालय के लिए कई छात्रों का चयन हुआ है।
साथ स्कूल के 4 बच्चों ने स्वर्ण जयंती मेडल मेरिट स्कोलरशिप योजना के तहत 1 लाख 80 हजार की स्कॉलरशिप हासिल की है। जिला उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा राजीव ठाकुर ने बताया कि हाल ही में उन्होंने स्कूल का विजिट किया था और यह पाया गया था कि स्कूल का बेहतर तरीके से संचालन किया गया है और यहां बच्चों का शैक्षणिक स्तर बहुत अच्छा है।
उन्होंने कहा कि CM स्कूल ऑफ़ एक्सीलेंस के लिए बच्चों की संख्या और जमीन की उपलब्धता मुख्य मापदंड है और यह शर्तें पूरी होने के बाद स्कूल को CM स्कूल ऑफ़ एक्सीलेंस का दर्जा दिया जाता है। उन्होंने कहा कि है तमाम विभागीय प्रक्रियाएं पूरी करने के बाद स्कूल को जल्द CM स्कूल ऑफ एक्सीलेंस का दर्जा दिया जाएगा और जल्द ही इस मामले को विभाग के सामने उठाया जाएगा ताकि लोगों की यह मांग पूरी हो सके।