नाहन ( हिमाचल वार्ता न्यूज) (एसपी जैरथ):- सिरमौर जिले के ढांग रूहाना स्थित सरकारी स्कूल में पिछले तीन वर्षों से 11वीं और 12वीं कक्षाओं के लिए न तो कोई शिक्षक है और न ही प्रधानाचार्य। 2022 में स्कूल को अपग्रेड किया गया था, पर अब तक स्थायी स्टाफ की तैनाती नहीं हुई। 21 विद्यार्थियों की पढ़ाई हाई स्कूल स्तर के टीजीटी शिक्षकों के भरोसे चल रही है, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। यह स्कूल प्रदेश के उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान के क्षेत्र में आता है, लेकिन ग्रामीणों की बार-बार की अपील के बावजूद समाधान नहीं हुआ। आक्रोशित ग्रामीणों ने बहिष्कार की चेतावनी दी है।
ढांग रूहाना गांव के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में 11वीं-12वीं कक्षाओं के लिए पिछले तीन वर्षों से कोई स्थायी शिक्षक नहीं है। साथ ही प्रधानाचार्य का पद भी रिक्त है, जिससे प्रशासनिक और शैक्षणिक व्यवस्था चरमराई हुई है।
हाई स्कूल शिक्षक पढ़ा रहे सीनियर सेकेंडरी कक्षाएं
स्कूल में वर्तमान में 21 छात्र 11वीं और 12वीं कक्षा में पढ़ रहे हैं, जिनमें अधिकतर बेटियां हैं। इन कक्षाओं को टीजीटी अध्यापक पढ़ा रहे हैं, जो विषय विशेषज्ञ नहीं हैं। इससे छात्रों की पढ़ाई पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है।
2022 में इस स्कूल को मिडिल से सीनियर सेकेंडरी में अपग्रेड किया गया था, लेकिन तब से लेकर अब तक कोई भी नियमित शिक्षक नहीं भेजा गया। ग्रामीण लगातार शिक्षा विभाग से शिकायत कर चुके हैं लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। उद्योग मंत्री के क्षेत्र में शिक्षा का ये हाल, ग्रामिणों मेंआक्रोश
यह स्कूल प्रदेश के उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान के विधानसभा क्षेत्र में आता है। बावजूद इसके, न तो मंत्री ने ठोस कदम उठाए और न ही विभाग ने कोई समाधान दिया। हालिया एसएमसी बैठक में ग्रामीणों ने बहिष्कार की चेतावनी दी और कहा कि अब आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी।