सुखराम चौधरी के मतगणना परिसर में घुसने से नाराज लोगों ने किया हंगामा
नाहन (हिमाचलवार्ता)। पांवटा साहिब में मतगणना केंद्र पर उस समय हंगामा मच गया जब ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी स्कूल परिसर में घुसे। कांग्रेस समर्थकों को शक था कि ऊर्जा मंत्री अपने गृह क्षेत्र पूर्व वाला बी डी सी सीट की मतगणना को प्रभावित करने के लिए यहां आए हैं गुस्साए लोगों ने गेट तोड़ने की कोशिश की और अंदर घुसे कुछ लोगों ने ऊर्जा मंत्री पर हमला करने का प्रयास किया।
इस बीच शिलाई छेत्र के कांग्रेस विधायक कोटा के पूर्व कांग्रेसी विधायक सहित दर्जनों कांग्रेस नेता भी गणना स्थल पर पहुंच गए। उसके बाद भी काफी देर तक हंगामा चलता रहा। मामला काफी देर तक भी शांत नहीं हुआ था। पूरूवाला बीडीसी वार्ड से कांग्रेस प्रत्याशी में आरोप लगाया है कि वह डेढ़ सौ वोटों से आगे चल रहे थे लेकिन जैसे ही सुखराम चौधरी कैंपस में घुसे उसके बाद उन्हें हारा हुआ घोषित कर दिया गया और उनकी रिकाउंटिंग की मांग को भी निरस्त कर दिया गया।।
लोगों का आरोप है कि सुखराम चौधरी के परिसर में घुसने के बाद उनके पूरुवाला बीडीसी सीट प्रत्याशी को हारा हुआ घोषित कर दिया। लोग स्थानीय प्रशासन से सवाल पूछ रहे थे कि मतगणना केंद्र परिसर में सुखराम चौधरी कैसे घुस गए। उन्होंने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए।
इस बीच लोगों ने स्कूल का गेट तक तोड़ने का प्रयास किया। हंगामा कर रहे कुछ लोग गेट के अंदर भी घुस गए और सुखराम चौधरी पर हमला करने का प्रयास किया। लेकिन वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने ऊर्जा मंत्री को सुरक्षा दी। हंगामे के बीच शिलाई क्षेत्र के कांग्रेस विधायक व प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष हर्षवर्धन चौहान पांवटा साहिब के पूर्व कांग्रेस विधायक किरनेशजंग चौधरी सहित दर्जनों नेता मौके पर पहुंचे।
कांग्रेस नेताओं के पहुंचने से भड़की भीड़ और भड़क गई। इस बीच हालांकि सुखराम चौधरी पिछले गेट से निकल कर कहीं चले गए। लगभग एक घंटा तक हंगामा चलता रहा। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया है कि ऊर्जा मंत्री ने प्रशासनिक मिलीभगत से उनके उम्मीदवार को हराया है। मतगणना में हेराफेरी की गई है।
उधर हर्षवर्धन चौहान ने ऊर्जा मंत्री पर गंभीर आरोप के साथ सत्ता का दुरुपयोग करने का आरोप भी लगाए। कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार कमल सिंह ने भी आरोप लगाया है कि उसे जानबूझकर हराया गया है। कमल सिंह ने बताया कि सुखराम चौधरी के परिसर में पहुंचने से पहले वह डेढ़ सौ वोटों से आगे चल रहे थे। लेकिन बाद में उन्हें 110 वोटों से हारा हुआ घोषित कर दिया।