
नाहन (हिमाचलवार्ता)। एकल विद्यालय शिलाई में वार्षिक उत्सव का आयोजन धूमधाम से मनाया गया है वार्षिक उत्सव में स्थानीय पंचायत सचिव गोपाल मिंटा ने बतौर मुख्यअतिथि शिरकत करके बच्चों का मान बढ़ाया है।
मुख्यअतिथि के साथ शमशेर ठाकुर व बन्सी चौहान मुख्य तौर पर उपस्थित रहे। एकल समिति ने फूल मालाएं डालकर मुख्य अतिथि का स्वागत किया, ततपश्चात मुख्यअतिथि द्वारा सरस्वती माता की प्रतिमा के सामने दिप्रज्वल्लित कर वार्षिक उत्सव का आगाज किया।
मंच संचालक नारदा ठाकुर ने मुख्यअतिथि सहित पंडाल में बैठे लोगों को एकल समिति के उद्देश्य, नीति, व कार्यकारणी की रूपरेखा से अवगत करवाने के बाद आयोजन को आगे बढ़ाया है।
कार्यक्रम की पहली प्रस्तुति वंशिखा व सखियों ने “पुलबमा में बीरो ने जो जान देश पर वारी है, दुश्मन की औकात नही यह अपनो की गद्दारी है” गाने पर दीं तो पंडाल में बैठे लोगों की आँखें नम हो गई, कनक व सखियों ने “जीना है तो पाप शराब मत पीना” गाने पर मनमोहक प्रस्तुति पेश कर सींच दी है।
समुंह गान में साक्षी व सखियों ने “देश मेरा रंगीला” गाने पर प्रस्तुति दी है, झांकी निकालते हुए आकांक्षा व सखियों ने “ले गइओ कान्हां की बांसुरियां राधा रानी ले गइओ” निकालते ही पूरा पंडाल भक्तिमय हो गया।
ततपश्चात काजल वर्मा ने “राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा” भजन पर राधा रानी के ह्रदय की वेदना पर नृत्य प्रस्तुत किया, “बेटी बचाव बेटी पढ़ाव कार्यक्रम पर आकृति व सखियों ने नाटक मंचन किया तथा सारे जहां में बेटियाँ किसी से कम नही है का संदेश दिया।
गुंजन धीमान ने “बावन गज का दामन” पर सुंदर नृत्य प्रतुत किया, ततपश्चात पहाड़ी नाटी में आरुषि व सखियों ने जैसे ही अपनी प्रस्तुति “ऊबा उतरे पीरा साइयां” पहाड़ी गाने से शुरू की तो पंडाल में बैठे लोगों के पाँव थिरकने लगे तथा पूरा पंड़ाल पहाड़ी धुनों पर थिरनके लगा।
वार्षिक उत्सव के दौरान शिलाईधार एकल विद्यालय के बच्चों ने अपनी प्रस्तुतियां देकर समां बांधे रखा तथा देरशाम तक नाच, गाने के दौर में लोग झूमते रहे।
मुख्यअतिथि सचिव गोपाल मिंटा ने अपने सम्बोधन में बताया कि एकल विद्यालय ग्रामीण क्षेत्रों में पंचमुखी शिक्षा प्रदान कर रहे है।
अंग्रेजी भाषा की दौड में बच्चों के अंदर शिष्टाचार, एकता, अखण्डता के लिए पंचमुखी शिक्षा का होना अन्यन्त जरूरी है इसलिए सभी लोग अपने बच्चों को एकल विद्यालय जरूर भेजें ताकि हिंदुत्व के सपने को साकार किया जा सकें।
नन्हे बच्चों ने जिस तरह अपनी प्रस्तुतियां पेश है वह प्रशसनीय है, ग्राम पंचायत सचिव होने के नाते पंचायत में सैकड़ों विकासात्मक स्कीमें चल रही है जिन्हें ग्रामसभा के माध्यम से लोगों तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है।
ग्रामीण अपनी समस्याओं के समाधान के लिए निःसंकोच उनके पास पहुचें, पंचायत के अंदर उनके कार्यक्षेत्र में जो कार्य आते है उनके लिए पंचायत प्रधान व अन्य प्रभावशाली व्यक्ति की सहायता लेने की कोई आवश्यकता नही है।
सचिव गोपाल मिंटा ने बच्चों को एक समय का भोजन करवाने के लिए आयोजक समिति को 51 सौ रुपये ऐच्छिक निधि से दिए तथा खुद मुख्यअतिथि ने रात्रि भोजन बच्चों के साथ बैठकर ग्रहण किया।
इस अवसर पर बच्चों से एकल विद्यालय में मिल रही पंचमुखी शिक्षा पर बातचीत करके बच्चों का उत्साह बढ़ाया है। इससे पहले सभी बच्चों को इनामात वितरित किये गए तथा एकल विद्यालय के अंतर्गत आनेवाले फौजियों को समानित किया गया है।
वार्षिक उत्सव के दौरान एकल समिति अंचल अध्यक्ष जगत सिंह तोमर, संच अध्यक्ष भगवंत नेगी, एकल विद्यालय आचार्य रंजू, ऊंमा देवी स्थानीय महिलाएं, बच्चें व ग्रामीण उपस्थित रहे।