
नाहन।– पांवटा थाने में तैनात पुलिस के एएसआई की करतूतो से तंग होकर पांवटा के पत्रकार समेत आमजन भी लामबद्ध हो गए है।
जहां इसी कड़ी में पांवटा विश्राम गृह में एक आपातकालीन बैठक पत्रकारो ने की। बेैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार नागेन्द्र तरूण व ज्ञान प्रकाश ने की।
बता दे कि बैठक में सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि आला अफसरो को इसकी लिखित शिकायत भेज निलम्बन की मांग की जाए। एएसआई का व्यवहार अब आमजनता के साथ-साथ मीडिया कर्मियों के साथ भी सही नही है।
अलावा कई मामले इस प्रकार के प्रकाश मेे आ चुके है। जिससे आम जन मानस में पुलिस की छवि खराब हो रही है।
इस पुलिस कर्मी की करतूतो की फेहरिश्त भी दिन प्रति दिन बढती चली जा रही है। जिसका खामियाजा पांवटा के पूरे पुलिस कर्मियों को भुगतना पड़ रहा है।
गौर हो कि इसी पुलिस कर्मी ने व्यापार मण्डल के प्रधान के साथ भी बदसलूकी की थी। जिसके बाद पुलिस कर्मी ने सरे बाजार एक कैंसर पीड़ित को थप्पड़ भी जड़ा था।
हालांकि मामला गर्म था जिसके चलते डीएसपी कार्यालय का घेराव व शहर में नारेबाजी भी हुई थी। वहीं दूसरी ओर एक हत्या के आरोप में शक की बिनाह पर एक युवक को लगातार प्रताड़ित भी करता रहा।
जिससे तंग आकर युवक ने आत्महत्या कर ली। जहां इसका खामियाजा भी पूरे पुलिस कर्मियों को भुगतना पड़ा था।
बताते चले कि मामले में एक महिला को निर्वस्त्र कर थाने में पीटने का मामला भी हाल ही में प्रकाश में आ गया है। उसके बाद थाने के विसवल सडक से उठा रहे एक मीडिया कर्मी को उसका काम करने से रोका और अन्दर हवालात में डालने की धमकी देते हुए वर्दी की धौंस दिखाई।
हीं पांवटा शहर अब भ्र्ष्टाचार का अड्डा बनकर न रह जाये। जिसके चलते लोक निर्माण विभाग के विश्राम ग्रह मे आपातकालीन बैठक का आयोजन किया गया।
जिसमें पांवटा के अधिकांशतया मीडिया कर्मियो ने अपनी-अपनी उपस्थिति दर्ज की और एक सिरे से सभी ने इस बदमिजाज एएसआई के निलम्बन की मांग पुलिस महानिदेशक से की।
बैठक में पत्रकार ज्ञान प्रकाश, अशोक बहूता, नागेन्द्र तरूण, राजेश कुमार, रोबिन शर्मा, व युवा पत्रकार करमजीत, अंकिता नेगी, प्रीति चौहान, संजीव शर्मा, मंजीत सिंह, प्रेम वर्मा, नरेश पाबूच,अच्छर तेजवान आदि बैठक में उपस्थित रहे
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