शहर के आसपास सब्जी की बंद दुकानें बनी चौगान में महा भीड़ का कारण
नाहन (हिमाचलवार्ता) :- आज रविवार को नाहन के चौगान मैदान में फल सब्जी खरीदने को लेकर अपार जनसमूह उमड़ा। अब यदि इसे हम यह कहे कि प्रशासन के द्वारा चौगान मैदान में कोविड मेले का आयोजन किया गया तो शायद यह ज्यादती होगी।
हालांकि प्रशासन के द्वारा शहर के बौटल नेक एरिया में सब्जी फल आदि खरीदने के दौरान सोशल डिस्टेंस बने और लोगों को सुरक्षा मिले यह सोच कर इन दुकानों को चौगान मैदान में शिफ्ट करवाया गया था। मगर आज जो चौगान मैदान में भीड़ का अपार जनसमूह उमड़ा उसको देख कर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि जल्द ही शहर में एक बड़े कोरोना विस्फोट की तैयारियां शुरू हो चुकी है।
मैदान में सोशल डिस्टेंस बनाए रखने के लिए तैनात पुलिस और होमगार्ड के जवानों के भी व्यवस्था बनाने को लेकर हौसले पस्त हो गए। अब आपको इस अपार भीड़ के लगने का भी कारण बता देते हैं। असल में आज से पहले चौगान मैदान में सब्जी की दुकान सीमित मात्रा में थी। बीते कल प्रेस वार्ता के दौरान प्रशासन को मिले सुझाव के बाद शहर के आसपास करीब 2 से डेढ़ किलोमीटर की दूरी की सब्जी की दुकानों को भी बंद कर दिया गया।
सवाल यह भी उठता है कि जब प्रशाझ़्सन के पास कुल सब्जी की दुकानें कितनी है इसकी कोई फिगर नहीं थी तो कैंट एरिया यशवंत विहार और कांशी वाला आदि क्षेत्र की दुकानों को शिफ्ट नहीं किया जाना चाहिए था। सोशल डिस्टेंस को लेकर सबसे ज्यादा भीड़ बड़ा चौक और छोटा चौक में सब्जी की दुकानों को लेकर लगती थी। मगर आसपास के क्षेत्रों की कई दर्जन दुकानें आज चौगान मैदान में पहुंच गई।
इसके साथ ही यशवंत विहार कैंट एरिया, चिड़ा वाली, कांशी वाला, शक्तिनगर आदि एरिया के लोगों को निजी वाहनों से 2 से 3 किलोमीटर दूर सब्जी लेने आना पड़ा। हैरानी की बात तो यह है कि इनमें से कुछ लोग ऐसे भी थे जिन्हें टैक्सी करके सब्जी लेने आना पड़ा। चूंकि टैक्सी बस सर्विस आदि बंद है, लिहाजा लोगों को टैक्सी के लिए भी अतिरिक्त पैसे देने पड़े।
वही आज जो सब्जी विक्रेता अपने फल व सब्जियां लेकर चौगान मैदान में पहुंचे उन्हें कड़कती धूप में सब्जियां बेचने पर मजबूर होना पड़ा। इन सब्जी विक्रेताओं का कहना था कि प्रशासन ने उन्हें जगह और टेंट की व्यवस्था करने के लिए कहा था, मगर उन्हें धूप में ही सब्जियां बेचने पर मजबूर होना पड़ा। उन्होंने कहा कि तेज धूप में सब्जियां थोड़ी देर बाद ही सूखने लगती हैं जिसका उन्हें नुक्सान भी उठाना पड़ा।
वही, सब्जी मंडी यूनियन के अध्यक्ष तजेंद्र पाल का कहना है कि प्रशासन ने उनसे टेंट और बैरिकेड लगाने के लिए कहा था। उन्होंने कहा कि आज चौगान में यह व्यवस्था ना होने के कारण फल सब्जी विक्रेताओं को भारी परेशानी उठानी पड़ी। उन्होंने प्रशासन से यह भी आग्रह किया कि चौगान मैदान में भीड़ ज्यादा ना जुटे और शहर से दूर के लोगों को स्पेशल सब्जी लेने के लिए इतनी दूर ना आना पड़े इसके लिए दो या तीन जगह फल सब्जी विक्रेताओं के लिए चिन्हित की जानी चाहिए।
वही यशवंत विहार में स्थानीय महिलाओं ने प्रशासन की इस व्यवस्था पर कड़ा ऐतराज भी जताया। इन महिलाओं का कहना है कि उनके पास घर में आने जाने का कोई साधन नहीं है। महिलाओं का कहना है कि यशवंत विहार में केवल दो सब्जी की दुकानें हैं जहां बिल्कुल भी भीड़ नहीं रहती। इनका कहना है कि यशवंत विहार से नाहन की दूरी 3 किलोमीटर बैठती है । ऐसे में या तो प्रशासन उन्हें वाहन की व्यवस्था करके दे या फिर शहर से दूर की दुकानों को यथावत स्थिति में रहने दे।
बरहाल, लोगों को कोरोनावायरस से बचाने को लेकर प्रशासन के द्वारा उठाया गया यह कदम भले ही उचित ठहराया गया हो मगर यह व्यवस्था गले की फांस बन जाए यह प्रशासन ने सोचा नहीं था। हालांकि आज से नगर परिषद के द्वारा चौगान मैदान में चूना डालकर लाइनें और बैरिकेड लगाने का कार्य भी शुरू कर दिया गया है। मगर शहर से 1 से 2 किलोमीटर की दूरी वाले लोगों का क्या होगा, इसके लिए अब प्रशासन को एक बार और सोचना होगा।