शिमला। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने प्रदेश सरकार की नीतियाें एवं कार्यक्रमों के कार्यान्वयन में पूर्ण सहयोग देने के लिए प्रदेश की जनता का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह केवल प्रदेश की जनता के सहयोग से ही संभव हुआ है कि प्रतिष्ठित पत्रिका इण्डिया टुडे के सर्वेक्षण में हिमाचल प्रदेश को बड़े राज्यों की श्रेणी में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रथम आंका गया है। इसके अतिरिक्त प्रदेश को सभी क्षेत्रों में सबसे अच्छे प्रदर्शन के लिए दूसरा स्थान मिला है।
देशव्यापी सर्वेक्षण में हिमाचल प्रदेश ने सातवें स्थान से इस वर्ष दूसरा स्थान हासिल कर अपनी रैंकिंग में सुधार कर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्य के रूप में उल्लेखनीय उपलब्धि प्राप्त की है। इसके अलावा कानून और व्यवस्था के मामले में प्रदेश पिछले वर्ष 11वें स्थान पर था और इस वर्ष चैथा स्थान प्राप्त कर बड़े राज्यों में अपनी रैंकिंग में सुधार किया है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल ने बड़े राज्यों की श्रेणी में आर्थिकी में भी उल्लेखनीय प्रगति की है और 13वें स्थान से चैथे स्थान पर पहुंचा है।
स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्रों में हिमाचल प्रदेश के प्रयासों की सराहना करते हुए सर्वेक्षण में कहा गया है कि राज्य में साक्षरता और स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रम हाल के वर्षों में उत्साहजनक रहे हैं। शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों की गुणवत्ता में प्रदेश के प्रयासों से इस पहाड़ी राज्य ने सभी बाधाओं को दूर करने में सफलता पाई है।
राज्य में स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए, जय राम ठाकुर ने कहा कि केरल के बाद हिमाचल प्रदेश की शिक्षा दर दूसरे स्थान पर है। वर्तमान में प्रदेश में 15556 सरकारी और 3252 निजी शिक्षण संस्थान है। इसके अतिरिक्त 139 डिग्री काॅलेज, पांच विश्वविद्यालय, एक केंद्रीय विश्वविद्यालय, छह मेडिकल काॅलेज, एक आईआईटी जबकि एम्स की स्थापना भी की जा रही है।
उन्होंने कहा कि लोगों को उनके घर-द्वार पर गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य सरकार ने ‘हिमकेयर योजना’ शुरू की है जिसके तहत सभी पात्र परिवारों को पंजीकृत अस्पतालों के माध्यम से पांच लाख रुपये तक के निःशुल्क उपचार की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही हैै। अब तक 43,000 मरीजों के इलाज पर 42 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना प्रभावी ढंग से कार्यान्वित की गई है और अब तक इस योजना के तहत 35000 मरीजों को निःशुल्क उपचार उपलब्ध करवाने पर 33 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों और कैंसर, अधरंग, पेशीय रोग, थैलेसीमिया और पार्किंसंस जैसी गम्भीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों की देखभाल के उद्देश्य से प्रदेश सरकार ने सहारा योजना शुरू की है। प्रदेश में मुख्यमंत्री चिकित्सा कोष की स्थापना भी की है, जिसके तहत 192 लाभार्थियों को चार करोड़ रुपये से अधिक वित्तीय सहायता प्रदान की गई है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ रहा है। यहां सुंदर वादियां, स्वच्छ पर्यावरण और हरित आवरण हैं, जो प्रदेश को एक पसंदीदा पर्यटन गंतव्य बनाता है। उन्होंने कहा कि हाल ही में ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट में 93000 करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित हुआ है। प्रदेश में औद्योगीकरण को बढ़ावा देने तथा निवेशकों को आकर्षित करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
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Monday, May 6