नाहन संजय सिंह 17 जनवरी (हिमाचलवार्ता न्यूज़ ) :-राज्य सरकार द्वारा घोषित नई खेल नीति का हि.प्र. शारीरिक शिक्षक संघ के मुख्य सलाहकार एवं सेवानिवृत सहायक जिला शारीरिक अधिकारी रमेश सरैक ने स्वागत किया है । इनका कहना है कि नई खेल नीति से प्रदेश में जहां खेलों को बढ़ावा मिलेगा वहीं पर ग्रामीण क्षेत्रों में छुपी प्रतिभाओं को आगे आने का मौका मिलेगा ।
रमेश सरैक ने सरकार से मांग की है कि शारीरिक अध्यापकों के पदों को प्राथमिक स्कूलों में भरा जाए । प्राथमिक स्तर पर खेलों को बढ़ावा दिया जाना जरूरी है क्यांेकि बच्चों के भविष्य की नींव प्राथमिक स्कूल से सुदृढ़ बनती है जोकि बच्चों के भावी भविष्य को साकार बनाती है । जिसके लिए स्कूलों में प्राथमिक स्तर से खेल को एक अनिवार्य विषय रूप से आरंभ किया जाना चाहिए । बताया कि प्रदेश के ग्रामीण स्कूलों में प्रतिभाओं की कमी नहीं है । ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी खेलों के लिए मूलभूत सुविधाओं का अभाव है जिस कारण ग्रामीण क्षेत्रों के मेधावी खिलाड़ियों को सही मार्गदर्शन नहीं मिल पाता है । उन्होने कहा कि गौरव का विषय है कि ग्रामीण परिवेश के अनेक प्रतिभावान खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेकर देश व प्रदेश का नाम रोशन किया है । प्राथमिक स्कूलों में यदि शारीरिक शिक्षकों के पद भरे जाने से नई खेल नीति का उददेश्य सार्थक सिद्ध होगा ।
रमेश सरैक ने सरकार से मांग की है कि शारीरिक अध्यापकों के पदों को प्राथमिक स्कूलों में भरा जाए । प्राथमिक स्तर पर खेलों को बढ़ावा दिया जाना जरूरी है क्यांेकि बच्चों के भविष्य की नींव प्राथमिक स्कूल से सुदृढ़ बनती है जोकि बच्चों के भावी भविष्य को साकार बनाती है । जिसके लिए स्कूलों में प्राथमिक स्तर से खेल को एक अनिवार्य विषय रूप से आरंभ किया जाना चाहिए । बताया कि प्रदेश के ग्रामीण स्कूलों में प्रतिभाओं की कमी नहीं है । ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी खेलों के लिए मूलभूत सुविधाओं का अभाव है जिस कारण ग्रामीण क्षेत्रों के मेधावी खिलाड़ियों को सही मार्गदर्शन नहीं मिल पाता है । उन्होने कहा कि गौरव का विषय है कि ग्रामीण परिवेश के अनेक प्रतिभावान खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेकर देश व प्रदेश का नाम रोशन किया है । प्राथमिक स्कूलों में यदि शारीरिक शिक्षकों के पद भरे जाने से नई खेल नीति का उददेश्य सार्थक सिद्ध होगा ।