मंडी ( हिमाचल वार्ता न्यूज) मनाली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन होने से शनिवार को भी आवाजाही ठप हो गई है। मंडी जिला के 7 व 9 मील के पास दोनों स्थानों पर पहाड़ दरकने से भारी मलबा मार्ग पर आ गया है। इस कारण मार्ग पर वाहनों की आवाजाही ठप हो गई है। यहां रुक रुककर लगातार भूस्खलन हो रहा है। शुक्रवार को भी मार्ग 12 घंटे बंद रहा था। कुल्लू मनाली को जोड़ने वाला वैकल्पिक मार्ग मंडी कटौला बजौरा टिहरी के पास बाधित है।
मनाली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर सात मील में शुक्रवार को भी चट्टानें गिरी थीं, इससे राजमार्ग बाधित हो गया और दोनों तरफ हजारों वाहन फंस गए। करीब 10 किलोमीटर तक वाहनों की कतारें लगी रहीं। लग्जरी बसें दिल्ली व मनाली नहीं जा पाईं और सैकड़ों यात्री जगह-जगह फंस गए। सात मील में पहाड़ की कटिंग के कारण मलबा राष्ट्रीय राजमार्ग पर आ गया।
सात मील में वीरवार रात कई घंटे यातायात बाधित रहा। छोटे वाहनों की आवाजाही ही हुई। शुक्रवार सुबह करीब आठ बजे पहाड़ से चट्टानें मार्ग पर गिर गईं। इससे मार्ग बाधित हो गया। मलबा हटाने के लिए दिनभर मशीनें लगी रहीं। तेज वर्षा मलबा हटाने में बाधक बनी। पहाड़ से मलबा बार-बार दरकता रहा। संभावित खतरे को देख प्रशासन ने वाहनों की आवाजाही पर पूरी तरह से रोक लगा दी थी।फल, सब्जी व अन्य आवश्यक वस्तुओं से भरे वाहन डडौर-गोहर होकर पंडोह या फिर मंडी कमांद बजौरा मार्ग होकर कुल्लू भेजे गए। दोनों मार्गों पर दिनभर जाम की स्थिति बनी रही। अब शनिवार को भी सुबह ही मार्ग पर आवाजाही ठप हो गई है।