1 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन, सुरक्षित पहुंचाया राष्ट्रीय उद्यान में
नाहन ( हिमाचल वार्ता न्यूज)(लक्ष्य शर्मा) :- पांवटा साहिब विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत सिंबल बाड़ा वाइल्डलाइफ टीम के द्वारा क्यारदा की एक आरा मशीन से स्पेक्टिकल कोबरा को रेस्क्यू किया गया। यह कोबरा करीब 6 फुट लंबा था। प्राप्त जानकारी के अनुसार क्यारदा गांव में एक आरा मशीन में मजदूरों ने अचानक लकड़ियों के बीच काले रंग का सांप देखा। सांप को देखते ही वहां हड़कंप मच गया। आसपास घरों के लोग मौके पर इकट्ठा हो गए। आरा मशीन के मालिक के द्वारा मजदूरों को साफ हिदायत दी गई कि सांप को कोई मारेगा नहीं।
आरा मशीन के मालिक के द्वारा सिंबलबाड़ा रेंज ऑफिसर सुरेंद्र सिंह को सूचित किया गया। रेंज ऑफिसर फोन सुनने के दौरान खाना खा रहे थे। उन्होंने अभी खाना शुरू भी नहीं किया था कि वह सब कुछ छोड़ कर रेस्क्यू टीम को साथ ले तुरंत मौके पर पहुंचे। रेस्क्यू टीम जब मौके पर पहुंची तो जैसे ही उन्होंने लकड़ियों को हटाया तो सांप की फुफकार से उन्होंने अंदाजा लगा लिया कि यह कोई छोटा मोटा सांप नहीं है। अचानक जैसे ही सांप लकड़ियों से निकलकर बाहर की ओर भागा तो देखा कि यह काला कोबरा था। रेस्क्युअर वीरेंद्र शर्मा ने तुरंत स्नेक कैचर स्टिक के साथ कोबरा को पकड़ने की कोशिश करी।
मगर कोबरा बड़ी फुर्ती के साथ फिर से ओझल हो गया। करीब 1 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद वीरेंद्र शर्मा ने कोबरा पर काबू पाते हुए उसे सुरक्षित रूप से रेस्क्यू कर लिया। कोबरा को पकड़ कर सिंबल बाड़ा राष्ट्रीय उद्यान के आर एफ कटा पत्थर में छोड़ दिया। कोबरा को सुरक्षित रेस्क्यू कर वाइल्डलाइफ टीम ने राहत की सांस ली। वही, रेंज ऑफिसर सुरेंद्र शर्मा ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि सांप मनुष्य का हितैषी होता है जो उनके खेतों में नुक्सान पहुंचाने वाले चूहों आदि को खाकर गुजारा करता है।
उन्होंने लोगों से अपील करते हुए यह भी कहा कि वह घर आदि स्थान पर सांप के दिखने पर उसे मारे नहीं बल्कि वन विभाग को सूचित करें। उन्होंने कहा कि वन विभाग के पास ट्रेंड रेस्क्युअर है जो इन्हें सुरक्षित रूप से पकड़ कर जंगल में छोड़ देते हैं। बता दें कि वीरेंद्र शर्मा सांप आदि को रेस्क्यू करने में काफी एक्सपर्ट माने जाते हैं। उनके द्वारा अभी तक 50 से अधिक सामान्य और करीब 30 से अधिक अत्यधिक जहरीले सांपों को रेस्क्यू किया गया है।
रेस्क्यू टीम में बीओ जयपाल, बीओ राकेश भी मुख्य रूप से शामिल रहे। रेंज ऑफिसर सुरेंद्र का कहना है कि राष्ट्रीय उद्यान में किंग कोबरा भी देखा गया था। उन्होंने कहा कि यह किंग कोबरा से थोड़ा कम जहरीला होता है मगर इसके काटने के बाद घबराने की जरूरत नहीं। उन्होंने कहा जैसे ही यह कोबरा काटता है तुरंत नजदीक के बड़े सरकारी अस्पताल का रुख करें। क्योंकि सरकारी अस्पतालों में ही सांप के काटने की एंटी वेनम मौजूद रहती हैं।