नाहन। नियम कानून है और इनका पालन भी जरूरी समझा जाता है और कानून को नही मानने वालों से सख्ती से निपटने के तौर तरीके भी हैं लेकिन जिला सिरमौर में उल्टी गंगा बहती है | परिवहन निगम के नियम कानून ऐसा लगता है कि प्राइवेट वाहन चालकों पर लागू ही नहीं होते है | प्राइवेट वाहन चालक जमकर मनमानी करने में लगे हैं अंधेर गर्दी यह है कि किसी से भी कितने भी बड़े अधिकारी से शिकायत की जाए तो कार्यवाही के नाम पर निराशा ही हाथ लगती है |
इस कटु सच से उक्त वाहन चालक भी अवगत है अपनी ऊंची पहुंच का उन्हें पक्का भरोसा है इसलिए मनमानी करने से बाज नहीं आते इससे यातायात नियमों की जमकर धज्जियां उड़ रही हैं प्राइवेट वाहनों का अवैध परिचालन धड़ल्ले से है जिसका खामियाजा यात्री भुगत ते हैं प्राइवेट वाहन चालको को इससे कोई मतलब नहीं है उनके पास परमिट किस मार्ग का है समय का कोई चक्कर नहीं सिर्फ सवारियां मिलनी चाहिए या बुकिंग मिल जाती है वही चल पड़ते हैं इसका खामियाजा वे अन्य यात्री भुगत ते हैं जो घंटों से इस बस की प्रतीक्षा में होते हैं |
राज्य परिवहन निगम की बसें हैं हर सड़क पर उपलब्ध नहीं है इस कारण भी प्राइवेट वाहन वाले मनमानी कर रहे हैं यात्री ठूस ठूस कर भरे जाते हैं और इतनी गर्मी होने के बावजूद वाहनों में यात्रियों को बिठाकर वाहन जलती धूप में खड़े कर देते हैं और ज्यादा यात्रियों के आने का इंतजार करते रहते हैं वाहन में बैठे यात्री चलने का आग्रह करते रहते हैं लेकिन नहीं सुनते जब चलने का समय निकल जाता है या फिर पीछे से दूसरा वाहन आ जाता है फिर वाहन को दौड़ा़ते हैं जिस कारण आए दिन छोटे बड़े हादसे हो रहे हैं