शिमला: आयुर्वेद विभाग हिमाचल में कुछ चिकित्सा मशीनों व उपकरणों की खरीद में हुई बहुचर्चित गड़बड़ी मामले में िवभागीय जांच रिपोर्ट पर अब मुख्य सचिव बी.के. अग्रवाल को कार्रवाई करनी है, यह रिपोर्ट उन्हें प्रस्तुत की जा चुकी हैं, जिसके आधार पर आयुर्वेद विभाग के कुछ और कर्मचाारियों पर भी निलंबन के साथ ही एफ.आई.आर. आदि की कार्रवाइयां हो सकती हैं। जिस पर स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार अपनी मंशा जाहिर कर चुके हैं।
आयुर्वेद विभाग के तत्कालीन निदेशक संजीव भटनागर पर भी कार्रवाई होगी या नहीं यह अभी स्पष्ट नहीं हैं, वैसे गड़बड़ी उजागर होते ही भटनागर को भी निदेशक पद से हटाकर अन्यत्र स्थानांतरित कर दिया गया है। वहीं जिस खरीद कमेटी की अनुशंसा पर आयुर्वेद विभाग ने मशीनरी व उपकरण खरीदे उसके तीनों सदस्य व एक डाटा एंट्री आपरेटर पहले ही निलंबित किये जा चुके हैं।
अब जबकि विभागीय जांच रिपोर्ट मुख्य सचिव के अधीन हैं, विभाग के कुछ और अधिकारी कर्मचारी भी कार्रवाई के लपेटे में आने तय हैं, तत्कालीन निदेशक भटनागर को चूंकि खरीददारी से संबंधित सभी फाइलें भेजी गयी थी, ऐसे में उनके लिए भी वक्त ठीक नहीं समझा जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार कह चुके हैं कि आयुर्वेद विभाग के जिस भी अधिकारी कर्मचारी ने सरकारी खजाने को ‘चपत’ लगायी है उसे बख्शा नहीं जायेगा।
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Friday, May 3