
जीरकपुर। बलटानावासियों ने रविवार को हरमिलाप नगर रायपुर कलां रेलवे क्रॉसिंग पर सांकेतिक रूप में अंडरपास बनवाने में हो रही देरी को लेकर चंडीगढ़ प्रशासन के खिलाफ विरोध स्वरूप प्रदर्शन किया। वहीं प्रशासन को ज्ञापन दिया कि यदि 18 सितंबर तक चंडीगढ़ प्रशासन ने इस पर जल्द काम शुरू करने के लिए कोई ठोस कदम न उठाए तो स्थानीय लोग 18 सितंबर से आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। जॉइंट एक्शन कमेटी के प्रधान प्रताप सिंह राणा ने कहा कि 2016 में जब हमने इस रेलवे फाटक की जगह अंडरपास बनवाने की अपनी मांग उठाई तो हमें हमारे चुने हुए प्रतिनिधि द्वारा यह कहकर भ्रम में डाला गया कि इस स्थान पर एकेएम भट्टे वाले ने उच्च न्यायालय से स्टे ली हुई है लेकिन असल में उपरोक्त स्थान पर स्टे ऑर्डर नहीं थे। 28 अक्टूबर 2018 को चंडीगढ़ प्रशासन के अधिकारियों ने यह कहकर अनशन खत्म करवाया था कि 3 महीने में टेक्निकल पेपर वर्क पूरा करने के बाद उपरोक्त अंडरपास का टेंडर कर दिया जाएगा लेकिन वह अभी तक नहीं हो पाया। उसके बाद चुनाव आचार संहिता लग गई। उनके बाद जॉइंट एक्शन कमेटी ने चंडीगढ़ प्रशासन पर इस परियोजना को जल्द पूरा करने के लिए दबाव बनाया तो वित्त आयुक्त ने 15 जून को कमेटी सदस्यों की चंडीगढ़ सचिवालय में एक मीटिंग करवाई। उसके मुताबिक, 18 जून को जब चंडीगढ़ प्रशासन, रेलवे व पंजाब के अधिकारियों की संयुक्त टीम ने वहां पर अपना काम शुरू किया। कुछ स्थानीय लोगों ने उसमें एतराज दर्ज करवाया तो साइट प्लान को चेंज किया गया।
अब रेलवे से नया प्रपोजल आने का अड़ंगा ः प्रधान प्रताप सिंह राणा ने कहा कि चंडीगढ़ प्रशासन नहीं चाहता कि पंजाब की जनता के लिए वह अपना पैसा खर्च करे। अब उनको और बहाना मिल गया है कि इसकी अब एलाइनमेंट चेंज हो गई है और नया प्रपोजल रेलवे भेजेगा तो उस पर काम शुरू होगा। वहीं रेलवे ने कह दिया है कि 2015 में आपको जहां अंडरपास बनाने की प्रपोजल भेजी हुई है। अब आप अंडरपास बनाएं या ना बनाएं यह रेलवे फाटक जनवरी 2022 में बंद कर दिया जाएगा। यदि यह फाटक बंद हो जाता है पूरा बलटाना क्षेत्र चंडीगढ़ से कट जाएगा।