मंडी। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने आज मंडी जिले के कमांद में स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान का दौरा किया। उन्होंने छात्रों के अलावा डीन, संकाय सदस्यों और केंद्र के समन्वयकों के साथ बातचीत की।
आई.आई.टी., मंडी के निदेशक प्रो. टी.ए. गोंज़ाल्विस ने उनका स्वागत किया और राज्यपाल को शैक्षणिक व अन्य गतिविधियों के बारे में अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि 10 साल में आई.आई.टी. मंडी भारत में शिक्षा क्षेत्र के अग्रणी संस्थानों में से एक है, जिसने वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। संस्थान हिमाचल प्रदेश के लोगों और सरकार के साथ काम करते हुए राज्य में पर्यावरण-मित्र विकास और उद्योग लाने के लिए प्रयासरत है।
विद्यार्थियों के साथ बातचीत करते हुए राज्यपाल ने उन्हें पढ़ाई पूरी करने के पश्चात् शिक्षा का उपयोग लोगों की सेवा करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरियों पर निर्भर न होकर स्वरोज़गार अपनाएं ताकि स्वयं के साथ दूसरों को भी रोजगार प्रदान कर पाएं और इस तरह से राष्ट्र और समाज के लिए भी बच्चे काम कर सकेंगे। उन्होंने विद्यार्थियों से नैतिक मूल्यों और चरित्र निर्माण के साथ वैज्ञानिक सोच विकसित करने का भी आह्वान किया।
राज्यपाल ने राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) में सभी 23 आईआईटी संस्थानों में 13वीं इंजीनियरिंग रैंक हासिल करने के लिए उन्हें बधाई दी। उन्होंने नवाचार पाठ्यक्रम और शिक्षा उन्मुख बी.टेक पाठ्यक्रम की भी सराहना की। उन्होंने चीड़ की सूखी पत्तियों के पर्यावरण के अनुकूलल उपयोग की भी सराहना की।
उन्होंने सेंटर फाॅर डिजाइन एंड फैब्रिकेशन आॅफ इलैक्ट्राॅनिक सर्विसेज लैब का भी दौरा किया।
उपायुक्त मंडी ऋग्वेद ठाकुर भी इस अवसर पर उपस्थित थे।