Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Breakng
    • 4 व 5 जून को मुख्य निर्वाचन अधिकारी सिरमौर प्रवास पर रहेंगी
    • भाषण प्रतियोगिता में डीएवी नाहन के छात्रों का उत्कृष्ट प्रदर्शन
    • जानलेवा हमले में युवक ने पी जी आई में दम तोड़ा, हत्या का केस दर्ज
    • कालाअंब के तीन बड़े उद्योगों पर लाखों का जुर्माना बकाया, बिजली काटने की सिफारिश
    • अरिहंत इंटरनेशनल विद्यालय ने विद्यार्थियों का जिला स्तरीय शूटिंग प्रतियोगिता में लहराया परचम
    • रेडक्रॉस सोसाइटी कैंटीन हेतू निविदाएं 06 जून तक करें जमा-विवेक शर्मा
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Himachal Varta
    • होम पेज
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सिरमौर
      • ऊना
      • चंबा
      • लाहौल स्पीति
      • बिलासपुर
      • मंडी
      • सोलन
      • कुल्लू
      • हमीरपुर
      • किन्नोर
      • कांगड़ा
    • खेल
    • स्वास्थ्य
    • चण्डीगढ़
    • क्राइम
    • दुर्घटनाएं
    • पंजाब
    • आस्था
    • देश
    • हरियाणा
    • राजनैतिक
    Tuesday, June 3
    Himachal Varta
    Home»स्वास्थ्य»समय पर हो जांच, तो स्तन कैंसर का इलाज संभव
    स्वास्थ्य

    समय पर हो जांच, तो स्तन कैंसर का इलाज संभव

    By Himachal VartaJanuary 31, 2020
    Facebook WhatsApp

    बचत भवन में आयोजित हुई स्तन कैंसर तथा आरटीआई एक्ट संबंधी कार्यशालाएं
      नाहन। जिला प्रशासन सिरमौर के सौजन्य से महिलाओं को स्तन कैंसर के बारे में जागरूक करने के उद्देश्य से उपायुक्त कार्यालय के बचत भवन में आज एक कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता अतिरिक्त उपायुक्त सिरमौर प्रियंका वर्मा ने की।
    इस अवसर पर समाज सेविका कल्पना संघाईक ने उपस्थित महिलाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्तन कैंसर की समय पर जांच हो तो इसका ईलाज सम्भव है। उन्होंने स्तन कैंसर के प्राथमिक लक्षण तथा महिलाओं द्वारा स्वयं निरीक्षण विधि की जानकारी देते हुए कहा कि स्तन में किसी भी प्रकार की गिल्टी या गांठ का अनुभव, स्तन की त्वचा में अकड़पन, निप्पल का अंदर धसना, निप्पल में दर्द होना, बांह के नीचे गांठ का अनुभव होना, स्तन कैंसर के लक्षण हो सकते है। उन्होंने कहा कि महिलाओं में ऐसे लक्षण होने पर विशेषज्ञ चिकित्सक से सलाह लेकर उपचार करवाना चाहिए।
    इस कार्यशाला में खण्ड चिकित्सा अधिकारी धगेडा डॉ. मनीषा अग्रवाल, महिला मण्डल, आशा वर्कर, आंगनवाडी कार्यकर्ता तथा कामकाजी महिलाओं ने भाग लिया।
    इससे पूर्व आरटीआई विशेषज्ञ डॉ0 गोपाल कृष्ण संघाईक ने सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत आयोजित कार्यशाला में बताया कि इस अधिनियम का उद्देश्य याचिकाकर्ता को सूचना मुहैया करवाना व कार्य प्रणाली में पारदर्शिता सुनिश्चित करना है। उन्होंने जन सूचना अधिकारियों को बताया कि मांगी गई सूचना को उसके वास्तविक रूप में बिना किसी फेर बदल के मुहैया करवाना सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त उन्हाेंने मौजूदा सभी अधिकारियों को सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत विभिन्न धाराओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
    डॉ. गोपाल कृष्ण संघाईक रूसा के राज्य परियोजना अधिकारी के तौर पर शिमला में कार्यरत है व लोक प्रशासन संस्थान (हिप्पा) में सूचना का अधिकार अधिनियम के मास्टर ट्रेंनर है। वह पिछले लगभग 11 सालों में विभिन्न महाविद्यालयों के शैक्षणिक स्टाफ, हिप्पा, स्टेट कांउसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग व अन्य विभागों में सूचना का अधिकार अधिनियम पर हजारों जन सूचना अधिकारियों को प्रशिक्षण दे चुके है।

    Follow on Google News Follow on Facebook
    Share. Facebook Twitter Email WhatsApp


    Demo

    Recent
    • 4 व 5 जून को मुख्य निर्वाचन अधिकारी सिरमौर प्रवास पर रहेंगी
    • भाषण प्रतियोगिता में डीएवी नाहन के छात्रों का उत्कृष्ट प्रदर्शन
    • जानलेवा हमले में युवक ने पी जी आई में दम तोड़ा, हत्या का केस दर्ज
    • कालाअंब के तीन बड़े उद्योगों पर लाखों का जुर्माना बकाया, बिजली काटने की सिफारिश
    • अरिहंत इंटरनेशनल विद्यालय ने विद्यार्थियों का जिला स्तरीय शूटिंग प्रतियोगिता में लहराया परचम
    Recent Comments
    • Sandeep Sharma on केन्द्र ने हिमालयी राज्यों को पुनः 90ः10 अनुपात में धन उपलब्ध करवाने की मांग को स्वीकार किया
    • Sajan Aggarwal on ददाहू मैं बिजली आपूर्ति में घोर अन्याय
    © 2025 Himachal Varta. Developed by DasKreative.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.