शिमला। आबकारी एवं कराधान मुख्यालय में आज वस्तु व सेवा कर (जीएसटी) के अंतर्गत सेवाओं पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आरंभ हुई। यह कार्यशाल 18 और 19 फरवरी, 2020 को भी आयोजित की जाएगी। इन कार्यशालाओं में अतिरिक्त आयुक्त राज्य कर एवं आबकारी, संयुक्त आयुक्त, उपायुक्त, सहायक आयुक्त और मुख्यालय के सहायक राज्य कर एवं आबकारी और बीबीएन बद्दी, शिमला, सोलन, सिरमौर और किन्नौर के अधिकारी भाग ले रहे हैं।
यह प्रशिक्षण चार्टेड लेखाकार केशव आर गर्ग प्रदान कर रहे हैं जिनका जीएसटी को लेकर लंबा अनुभव है और विभिन्न स्थानों पर जीएसटी पर 250 से अधिक सत्र आयोजित किए हैं। इनमें राजकीय कर विभाग, सीआईआई, आईसीएआई और विभिन्न औद्योगिक और व्यवसायिक संस्थाएं शामिल हैं।
राज्य कर एवं आबकारी आयुक्त डाॅ. अजय शर्मा ने प्रतिभागियों को जानकारी दी कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के दिशा-निर्देशों के अनुरूप इस प्रशिक्षण कार्यशाला को शुरू किया गया है और भविष्य में भी अधिकारियों के लिए इस तरह की कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा।
आज की कार्यशाला का शुभारंभ प्रधान सचिव (आबकारी एवं कराधान) संजय कंुडू ने किया। उन्होंने कहा कि जो अधिकारी वस्तु उद्योग का कार्य देख रहे हैं, उन्हें अब सेवा उद्योग का कार्य भी देखना होगा। सेवा उद्योग की चुनौतियों और बारीकियों को समझने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण के बाद अधिकारी सेवा उद्योग से संबंधित कर प्रणाली, आपूर्ति के स्थान, आपूर्ति का समय के तरीकों और टैक्स क्षरण को समझ सकेंगे।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जीएसटी के अंतर्गत राजस्व का बड़ा हिस्सा सेवा क्षेत्र से प्राप्त होता है। उन्होंने अधिकारियों को जीएसटी के अंतर्गत कर सेवा के बारे में बेहतर ज्ञान और जानकारी देने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कर अधिकारियों को विभिन्न क्षेत्रों विशेषरूप से कार्य अनुबंध, खनन, आतिथ्य उद्योग और परिवहन पर जीएसटी के क्रियान्वयन और लागू करने पर ध्यान देने का परामर्श दिया। उन्होंने 200 रुपये से अधिक की बिक्री पर ग्राहकों को बिल जारी करने पर भी बल दिया।
संजय कुंडू ने विभाग के प्रदर्शन विशेषरूप से दक्षिण प्रवर्तन क्षेत्र के कार्य पर संतुष्टि व्यक्त की और कहा कि बेहतर कार्य के लिए हमेशा गुंजाईश रहती है। उन्होंने कहा कि विभाग का दीर्घकालिक लक्ष्य युवा अधिकारियों को विशेषज्ञ प्रशिक्षण प्रदान करना है, ताकि वह आने वाले समय में मास्टर ट्रेनर और विभाग के लिए संपत्ति बन सके।
बीबीएन बद्दी के राज्य कर एवं आबकारी उपायुक्त वरूण कटोच ने कहा कि प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन प्रदेश के मुख्यमंत्री की एक अच्छी पहल है। इससे अधिकारियों के ज्ञान में वृद्धि होगी और राज्य के लिए अधिक राजस्व एकत्रीकरण में सहायता मिलेगी।
सोलन के राज्य कर एवं आबकारी उपायुक्त हिमांशु पंवर ने कहा कि इस तरह की प्रशिक्षण कार्यशाला की बहुत आवश्यकता थी और इससे सेवा क्षेत्र में जीएसटी के क्रियान्वयन में अधिकारियों के कौशल में वृद्धि होगी। इससे सेवा क्षेत्र से और अधिक राजस्व एकत्र करने में सहायता मिलेगी।
शिमला की राज्य कर एवं आबकारी उपायुक्त टाशी कटोच ने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यशाला से अधिकारियों को सेवा क्षेत्र से संबंधित कर मामलों पर उपयोगी सूचना और अधिक स्पष्टता प्राप्त होगी।