
नाहन। कोरोना वायरस और बढ़ती गर्मी को देखते हुए पांवटा साहिब के नवयुवक मंडल एकता के युवाओं ने एक अद्भुत पहल शुरू की है। इन युवकों ने बेजुबान जंगली जीव-जंतुओं के लिए पीने के पानी का प्रबंध के लिए जंगल में एक तलाब बनाया है।
गर्मियों के समय में अक्सर पानी की भयंकर समस्या बन जाती है। इस मौसम में इंसान के साथ-साथ पशु पक्षी जीव जंतु भी गर्मी से बेहाल हो जाते हैं। आलम यह हो जाता है कि पानी ना मिलने की वजह से जीव जंतुओं की मौत हो जाती है।
जीव जंतु पानी के लिए परेशान ना हों इसके लिए पांवटा साहिब के अप्पर भगानी के युवाओं ने एकजुट होकर घने जंगल में बने एक कच्चे तालाब की रिपेयरिंग की और आईपीएच के माध्यम से पानी पहुंचाने का प्रयास किया.
लोगों ने बताया कि देशभर में कोरोना महामारी में इंसान तो घर के अंदर रहने पर मजबूर कर दिया, लेकिन इसकी मार जंगली जीवों पर ना पड़े और वह प्यासे ना रहें। उनकी पीने के पानी का प्रबंध नवयुवक मंडल एकता की जंग द्वारा इस कच्चे तालाब की मरम्मत करके तालाब में पानी भर दिया है, ताकि जीव जंतु प्यासे ना रहें।
यह तालाब घने जंगल में बनाया गया है। इस अनोखे कार्य से अब पशु-पक्षियों को बहुत राहत मिलेगी। नवयुवक मंडल एकता की जंग के प्रधान मोहब्बत अली ने बताया कि कोरोनावायरस के चलते मानव जाति को बचाने के लिए भिन्न-भिन्न कार्य किए जा रहे हैं, लेकिन जो बेजुबान जीव जंतुओं और पशु पक्षिओं के बारे में कोई भी विचार नहीं कर रहा है।
लॉकडाउन के चलते 3 घंटे का जो सरकार द्वारा समय निर्धारित किया गया था युवाओं ने उसी समय तलाब की रिपेयरिंग की और रोजाना आईपीएच विभाग की एक स्कीम से तलाब को ताजे पानी से भरते हैं. मोहब्बत अली ने देश और प्रदेश के सभी नौजवान युवाओं से आग्रह किया है कि देश भर में सभी नौजवान युवा थोड़ा समय निकालकर अपने अपने क्षेत्र या कस्बे में तलाब बना कर जीव जंतुओं की सहायता करें।
वहीं, आईपीएच विभाग के कर्मचारी ने बताया कि जब गांव के लोगों के लिए वे पानी छोड़ने के लिए आते हैं तभी युवाओं द्वारा बनाए गए तालाब में भी ताजा पानी छोड़ा जाता है, ताकि रोजाना जीव जंतुओं को ताजा पानी मिल सके।