नाहन (संजय सिंह)। सिरमौर जिला के नाहन में उचित मूल्य की दुकानों में सप्लाई की जा रही सस्ती दालों की गड़बड़ी का खुलासा हुआ है। सिरमौर के नाहन शहर से मात्र 3 किलोमीटर दूर यशवंत विहार कॉलोनी के समीप सैकड़ों की संख्या में डिपो में बिकने वाली दालों के रैपर मिले हैं। यह रैपर इतनी भारी मात्रा में जंगल में कहां से आए यह जांच का विषय है परंतु उचित मूल्य की दुकानों में दाल काली है यह सामने आ चुका है।
उचित मूल्य की दुकानों में भले ही लोग लंबी-लंबी कतारों में सरकार द्वारा दिए जाने वाले सस्ते राशन के लिए पसीना बहाते हो परंतु पीठ के पीछे डीपू होल्डर व व्यापारी क्या खेल खेल रहे हैं इस बात से प्रशासन व विभाग भी सकते में है।
यह खुलासा सिरमौर जिला के मुख्यालय नाहन में उस वक्त हुआ जब रविवार सुबह सैकड़ों की संख्या में डिपो में सप्लाई की जाने वाली दाल चना, मलका व अन्य दालों के खाली रैपर जंगल में मिले इन रेपर पर बकायदा हिमाचल प्रदेश सिविल सप्लाई कारपोरेशन लिखा हुआ है तथा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की फोटो बकायदा इन रैपर पर लगी है। ऐसे में इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता है कि उचित मूल्य की दुकानों में कुछ गड़बड़झाला चल रहा है ।
ऐसे में यह जांच का विषय है कि सैकड़ों की संख्या में डीपू में बिकने वाली दालों के सैकड़ों रेपर यशवंत विहार कॉलोनी नाहन के जंगल में कैसे पहुंचे। उधर इस संबंध में जब जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक आदित्य बिंद्रा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यदि इस तरह से जंगल में उचित मूल्य की दुकानों में बिकने वाली दालों के भारी संख्या में रैपर मिले हैं तो यह गंभीर मामला है। उन्होंने कहा कि इसकी जांच की जाएगी तथा दोषी के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।