चंडीगढ़। हरियाणा साहित्य अकादमी ने अकादमी अध्यक्ष श्री मनोहर लाल की स्वीकृति से गत् वर्षों से लम्बित, कृति पुरस्कारों को घोषित करने और सभी सम्मानित कृतिकारों को नियमानुसार सम्मान राशि के वितरण एवं सम्प्रेषण का निर्णय लिया है।
हरियाणा साहित्य अकादमी के एक प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि सम्मानित कृतिकारों को उनके प्रशस्ति पत्र रजिस्टर्ड डाक एवं ‘ऑनलाइन’-प्रक्रिया द्वारा भेजे जाएंगे क्योंकि निकट भविष्य में सार्वजनिक समारोह का आयोजन अभी अनिश्चित है। लेकिन परिस्थितियां सामान्य होने के पश्चात् इन सभी कृतिकारों को सार्वजनिक मंच से सम्मानित भी किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि श्रेष्ठ कृति पुरस्कार योजना (2016) के तहत हिन्दी साहित्य में श्री हरभगवान चावला, सिरसा को ‘इसी आकाश में’ के लिए मैथिलीशरण गुप्त श्रेष्ठ कृति पुरस्कार (काव्य), श्री विकेश निझावन, अम्बाला शहर को ‘छुअन तथा अन्य कहानियाँ’ के लिए विष्णु प्रभाकर श्रेष्ठ कृति पुरस्कार (कहानी/लघुकथा), डॉ. उषा अग्रवाल, मुम्बई को ‘बर्फ के कालीन पर नन्हें पांव’ के लिए और श्री बलराज सैनी, जम्मू को ‘ढह गई दीवार’ के लिए मुंशी प्रेमचंद श्रेष्ठ कृति पुरस्कार (उपन्यास), श्री शाम लाल कौशल, रोहतक को ‘आज्ञाकारी पति होने के फायदे’ के लिए हजारी प्रसाद द्विवेदी श्रेष्ठ कृति पुरस्कार (ललित/व्यंग्य निबन्ध), श्री वेदप्रकाश नागपाल, चंडीगढ़ को ‘मेरा जिन्दगी नामा’ के लिए राहुल सांस्कृत्यायन श्रेष्ठ कृति पुरस्कार (जीवनी/आत्मकथा/संस्मरण), श्री बी.डी. कालिया, पंचकूला को ‘साहित्य प्रपात’ के लिए धर्मवीर भारती स्वर्ण जयंती श्रेष्ठ कृति पुरस्कार (यात्रा वृतांत/डायरी/रिपोर्ताज) से सम्मानित होंगे। इन्हें 31-31 हजार रुपये की राशि पुरस्कार स्वरूप मिलेगी।
इसी प्रकार हिन्दी भाषा में श्री जयभगवान शर्मा को ‘स्वच्छता और हम’ के लिए गुरु जम्भेश्वर स्वर्ण जयंती श्रेष्ठ कृति पुरस्कार (पर्यावरण) व 31 हजार रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी।
इसी प्रकार श्रेष्ठ कृति पुरस्कार योजना (2016) के तहत हरियाणवी भाषा एवं साहित्य श्रेणी के अंतर्गत कविता/रागनी में श्री लहणा सिंह अत्री, फफड़ाना, करनाल को ‘चल दिखादयूँ अजब नजारा’ के लिए, लोक साहित्य/लोक संस्कृति/लोक कला में श्री राममेहर सिंह, जीन्द को हरियाणवी रागिनी साहित्यिक विश्लेषण के लिए 31-31 हजार रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी।
हिन्दी कहानी प्रतियोगिता श्रेणी के तहत श्री हरभगवान चावला, सिरसा को‘ लौटते हुए’ कहानी के लिए 5 हजार रुपये, श्री विजय कु. बाल्याण ‘विभोर’, रोहतक को ‘मेरा अस्तित्व’ कहानी के लिए 4 हजार रुपये और श्री आनन्द प्रकाश आर्टिस्ट, भिवानी को ‘जैसी करनी वैसी भरनी’ के लिए 3 हजार रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी।