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    Home»पंजाब»पंजाब सरकार अन्य राज्यों के मुकाबले कोरोना का सार्वजनिक फैलाव रोकने में कहीं बेहतर-बलबीर सिद्धू
    पंजाब

    पंजाब सरकार अन्य राज्यों के मुकाबले कोरोना का सार्वजनिक फैलाव रोकने में कहीं बेहतर-बलबीर सिद्धू

    By Himachal VartaAugust 9, 2020
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    हरपाल चीमा अपनी सलाह अपने पास रखे, पंजाब के हालात दिल्ली की अपेक्षा काफी सुरक्षित
    स्वासथ्य विभाग के मजबूतीकरण के लिए हजारों की संख्या में मैडीकल और पैरामैडीकल स्टाफ की भर्ती की जा रही
    चंडीगढ़। पंजाब के स्वासथ्य एवं परिवार क्ल्याण मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि पंजाब सरकार अन्य राज्यों के मुकाबले कोरोना के फैलाव को एक हद तक रोकने में कामयाब रही है जिसके कारण ही दूसरे राज्यों के मुकाबले यहाँ कम जानी नुक्सान हुआ है।
    स. सिद्धू ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के गतिशील नेतृत्व में पंजाब सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा एकजुट होकर करोना के विरुद्ध लड़ी जा रही जंग स्वरूप ही देशभर में से पंजाब में कोरोना की संक्रमण दर केवल 3.10 प्रतिशत है जो देश में सबसे कम है। उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कोरोना के फैलाव को मापने के लिए निश्चित किए गए मापदण्डों में से संक्रमण दर सबसे अहम है।
    पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा द्वारा पंजाब सरकार को दिल्ली का मॉडल अपनाने की सीख देने को बचकाना और हलकी बयानबाजी बताते हुए स. सिद्धू ने कहा कि विपक्ष का नेता अपनी सलाह अपने पास ही रखे क्योंकि पंजाब की स्थिति दिल्ली की अपेक्षा काफी बेहतर है। उन्होंने कहा कि स. चीमा को यह बयान देने से पहले यह पता कर लेना चाहिए था कि केजरीवाल सरकार के बुरे प्रदर्शन के कारण ही देश में कोरोना से अब तक हुई मौतों में से 10 प्रतिशत अर्थात 4082 मौतें केवल दिल्ली में हुई हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब में मौतों की संख्या 539 है जो देश के मौतों के आंकड़ों के अनुसार केवल 1 प्रतिशत ही है। इनमें से भी ज्यादातर सहरोग वाले मरीज हैं।
    स. सिद्धू ने कहा कि राज्य में कोरोना को जल्द से जल्द हराने के लिए शुरु की गई जंग को और तेज करने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के दिशा निर्देशों के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग द्वारा हजारों की संख्या में मैडीकल और पैरामैडीकल स्टाफ की भर्ती भी की जा रही है।
    उन्होंने आगे कहा कि हरपाल चीमा को यह भी नहीं भूलना चाहिए कि केजरीवाल सरकार द्वारा दिल्ली से बाहर के लोगों का इलाज न करने का ऐलान भी अपनी जिम्मेदारियों से भागना साबित हुआ जबकि पंजाब सरकार द्वारा दिल्ली से आए सैंकड़ों मरीजों का इलाज किया गया है।
    स्वासथ्य मंत्री ने कहा कि दिल्ली की ऐसी घटनाओं की सैंकड़ो वीडियो वायरल हुई हैं जो स्पष्ट तौर पर कोविड-19 के मरीजों के प्रबंधन के लिए दिल्ली सरकार के बुरे प्रबंधों की गवाही देती हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली की मौजूदा गंभीर स्थिति की कल्पना करना भी हैरान करने वाली बात है जहाँ आम लोग मदद की गुहार लगा रहे हैं और कोरोना टैस्ट के लिए सिर्फ नमूने लेने के लिए एक हस्पताल से दूसरे हस्पताल जा रहे हैं परन्तु उनकी मुश्किलों और शिकायतों का हल करने के लिए सरकार की ओर से कोई नहीं है।
    स. सिद्धू ने विपक्ष के नेता द्वारा उठाई गई दो घटनाओं का जवाब देते हुए कहा कि एक हिंदी अखबार द्वारा दो तस्वीरें छापकर, एक की लाश को 12 घंटे से फर्श पर पड़ी होने और दूसरे व्यक्ति के घंटों तक तड़पते रहने संबंधी लगाई गई खबर भ्रम पूर्ण, निराधार और गैरसंजीदा व तथ्यों से रहित है जिसका गंभीर नोटिस लेने के उपरांत अखबार द्वारा अपना स्पष्टीकरण भी जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि दूसरे मामले में हस्पताल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है और दोषी के खिलाफ सख्त कार्यवाही के आदेश भी दे दिए गए हैं।
    स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि महामारी के इस समय में लोग पहले ही बेचैनी और दबाव से पीडि़त हैं और घटनाओं को तोड़ मरोड़ कर पेश करने से राज्य का माहौल खराब हो रहा है जिसके लिए स. हरपाल चीमा को सोशल मीडिया की दुनिया से बाहर आकर पहले तथ्यों का मुल्यांकन करना चाहिए और जिम्मेदार विपक्ष के नेता की भूमिका निभाकर इस मुश्किल घड़ी में सरकार का साथ देना चाहिए।

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