नाहन (हिमाचलवार्ता)। कोइरोना काल में पांवटा साहिब उपमंडल के सतीवाला के किसान जंगली हाथियों के प्रकोप से परेशान हैं। पिछले 2 सप्ताह से प्रतिदिन रात में जंगली हाथियों का झुंड पहुंच कर खेतों में धान की फसल को बर्बाद कर रहा है। इतना ही नहीं क्षेत्र में हाथियों के झुंड ने गौशाला में घुसकर डेढ़ वर्षीय बछड़ी को भी कुचल डाला जिससे उसकी मौत हो गई।
इतना ही नहीं कुछ दिन पहले भी हाथियों के झुंड ने एक मवेशी को मौत के घाट उतार दिया था। हाथियों के खौफ के कारण लोगों का रात को घरों से बाहर निकलना भी दुर्लभ हो गया है। डर के कारण जहां लोगों की रातों की नींद गायब है। वहीं दिन का चैन भी इन हाथियों ने खेतों में फसल को बर्बाद करके चुरा लिया है।
लोगों का कहना है कि हाथी उत्तराखंड से आते हैं और यहां 2 सप्ताह से कहर बरपा रहे हैं। हाथियों के झुंड ने सतीवाला में चार बीघा से अधिक जमीन पर धान की फसल को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है। जिससे किसान भी खासे मायूस है। किसानों का कहना है कि उन्होंने बड़ी मेहनत से धान की फसल लगाई थी जिसे हाथियों ने क्षति पहुंचाई है।