आखिर सत्य की हुई जीत, बाबरी मस्जिद अपराधिक मामला हुआ खारिज- बलदेव तोमर
नाहन (हिमाचलवार्ता)। अयोध्या में 28 साल पहले विवादित ढांचा ढहाए जाने के आपराधिक मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने अपना फैसला सुना दिया है। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का स्वागत करते हुए भाजपा प्रदेश प्रवक्ता एवं पूर्व विधायक बलदेव तोमर ने कहा कि आखिर कार सत्य की ही विजय होती हैं। सत्य को दबाया जा सकता हैं पर समाप्त नही किया जा सकता हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा का उदेश्य था कि अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बनना चाहिए न कि यह मुद्दा चुनावी था। उन्होंने कहा कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड 325 साल के बाद भी अयोध्या में बाबरी मस्जिद थी इसको प्रूफ नहीं कर सके।
बाबरी मस्जिद राम मंदिर को तोड़ कर उसी दीवारों पर बनाई गई थी जिसका प्रमाण खुदाई के समय देवी देवताओं की मूर्तियां मिलना है। बाबरी मस्जिद विध्वंस के समय उस समय की केंद्र सरकार ने दबाव के कारण भाजपा के नेताओ को फंसाया। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता बलदेव तोमर ने कहा कि भाजपा नेताओं को फंसाने के बाद भी केंद्र में अटल की सरकार आने के बाद भी इस केस को निरस्त नहीं किया गया था। इस केस की निष्पक्ष जांच हो और केस चलने दिया।
लेकिन 28 साल के बाद जो फैसला आया है उसमें सत्य की जीत हुई हैं और सभी भाजपा नेता माननीय उच्च न्यायालय ने बरी कर दिए हैं। कोर्ट ने इस मामले में देश के पूर्व उप-प्रधानमंत्री लालकृष्ण अडवाणी समेत 32 नेताओं को बरी कर दिया। जज ने फैसला सुनाते हुए कहा कि सीबीआई की तरफ से पेश किए गए सबूत मजबूत नहीं थे। बाबरी विध्वंस की घटना अचानक से ही हुई थी, यह पूर्व नियोजित नहीं थी। बता दें कि इस मामले में कुल 49 लोगों पर आरोप लगे थे, जिनमें से 17 की मौत हो चुकी है।