शहीद सुरेश कुमार को नम आंखों से दी अंतिम विदाई, राजकीय सम्मान के साथ किया गया अंतिम संस्कार
नाहन (हिमाचलवार्ता)। भारत माता के 42 वर्षीय शहीद सुरेश ठाकुर की पार्थिव देह जैसे ही सिरमौर जिला की धरती पर पहुंची तो मानों हर व्यक्ति की आंख से आंसू बह रहे हों। जैसे ही सड़क मार्ग से शहीद सुरेश ठाकुर का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुंचा तो कई वाहन शहीद के पार्थिव शरीर की अगवाई कर रहे थे। बता दे कि जिला सिरमौर जमटा के कतियाड गांव निवासी 42 वर्षीय जैक राइफल 13 का जवान ड्यूटी के दौरान वाहन दुर्घटना में शहीद हो गए थे।
सुरेश ठाकुर आर्मी के वाहन को लेकर श्रीनगर से उधमपुर लौट रहे थे। मंगलवार करीब सुबह 6:00 बजे के आसपास उधमपुर से कुछ किलोमीटर पहले सेना का यह वाहन गहरी खाई में गिर गया। इस दुर्घटना में सुरेश ठाकुर पुत्र जोगिंदर सिंह बुरी तरह से घायल हो गए थे। जिन्होंने कुछ देर के बाद शहादत पा ली। वीरवार सुबह सुरेश कुमार ठाकुर की पार्थिव देह उनके गांव पहुंची। गांव में शहीद की पार्थिव देह पहुंचते ही सुरेश कुमार अमर रहे नारों से आसमान गूंज उठा।
परिवार के सदस्य पार्थिव देह आंगन में देखकर बिलख बिलखकर रोने लगे। जिला प्रशासन की ओर से उपायुक्त सिरमौर डॉ. आरके परुथी, एसडीएम नाहन विवेक शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बबिता राणा सहित अन्य अधिकारी शहीद सुरेश कुमार को अंतिम विदाई देने पहुंचे। शहीद को राजकीय व सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। नाहन के विधायक एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर राजीव बिंदल भी शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए गांव पहुंचे।