कोविड-19 दौरान अगली कतार में सेवा निभाने वाले कर्मचारियों की भलाई के लिए सहकारिता विभाग वचनबद्ध: रंधावा
चंडीगढ़ (हिमाचलवार्ता)। कोविड-19 महामारी के संकट को देखते हुए सहकारिता विभाग की तरफ से अपने स्तर पर अगली कतार में सेवा निभाने वाले सभी सहकारी संस्थानों के कर्मचारियों के किये बीमे के अंतर्गत तीन कर्मचारियों की कोविड-19 के कारण मौत के बाद उनके पारिवारिक वारिसों को 25-25 लाख रुपए की बीमा राशि सौंपी गई।
सहकारिता मंत्री स. सुखजिन्दर सिंह रंधावा द्वारा कोविड के कारण जान गवाने वाले सहकारी चीनी मिल नकोदर के उप लेखा अधिकारी दलजिन्दर सिंह की पत्नी सुरिन्दरजीत मारोके, मिल्कफैड के दूध खरीद सहायक हरजिन्दर सिंह की पत्नी सुरिन्दर कौर और मार्कफैड के चौकीदार दोरन प्रसाद की पत्नी खेमलता को 25-25 लाख रुपए के चैक बीमे की राशि के तौर पर सौंपे गए।
स. रंधावा ने पीडि़त परिवारों के साथ दुख साझा करते हुए कहा कि उनके परिवारों को हुई इस क्षति की पूर्ति नहीं की जा सकती और विभाग उनके दुख में पूरी तरह शरीक है। उन्होंने कहा कि वह समस्त सहकारी संस्थानों के कर्मचारियों को भी सलाम करते हैं जिन्होंने कोरोना महामारी के दौरान राज्य के लोगों की आगे बढक़र सेवा की। उन्होंने कहा कि सहकारिता विभाग अपने हर कर्मचारी और परिवार के कल्याण के प्रति वचनबद्ध है जिसके अंतर्गत सभी सहकारी संस्थानों की तरफ से अपने स्तर पर कर्मचारियों का एक साल के लिए 25 लाख रुपए का बीमा करवाया गया था।
मृतक कर्मचारियों के पारिवारिक सदस्यों द्वारा इस सहायता राशि के लिए विभाग का धन्यवाद किया गया।
इस मौके पर विशेष मुख्य सचिव सहकारिता कल्पना मित्तल बरुआ, सहकारी सभाओं के रजिस्ट्रार विकास गर्ग, मार्कफैड के एम.डी. वरुण रूज़म भी उपस्थित थे।