सैंपल देने आने वालों के लिए नहीं है बैठने की कोई व्यवस्था…
नाहन (हिमाचलवार्ता)। एक तरफ जहां पूरे प्रदेश में कोरोना लगातार तेजी से बढ़ता जा रहा हैं तो वही इस खौफनाक बीमारी के प्रति लोग उतने ही लापरवाही होते जा रहे हैं। यही नहीं लोगों के साथ साथ प्रशासन भी कहीं ना कहीं कोरोना को लेकर लापरवाह नजर आ रहा है। मामला कांशीवाला कोविड-19 सैंपलिंग सेंटर का है। नाहन मेडिकल कॉलेज में जहां पर सैंपल लिए जाते थे वहां भीड़ ज्यादा ना लगे इसको लेकर नाहन से करीब 2 किलोमीटर दूर कांशी वाला में कोरोना सैंपल दिए जाने की व्यवस्था की गई है। मगर आज जो तस्वीर सामने नजर आई उसको देख कोरोना को लेकर एक बड़ी लापरवाही खास तौर से प्रशासन की नजर आई है।
असल में अब अनलॉक की प्रक्रिया चली हुई है कॉलेज स्कूल दफ्तर और अन्य संस्थान धीरे-धीरे खुल रहे हैं। मगर इसके साथ साथ संस्थानों में आने वाले सभी कर्मचारियों को अपनी कोरोना वायरस रिपोर्ट भी लानी होगी। ऐसे में लोग काफी संख्या में टेस्ट कराने के लिए सैंपलिंग सेंटरों में आ रहे हैं। कांशीवाला के सैंपल सेंटर में लोग कतारों में लगे नजर आए मगर ना तो यहां कोई सोशल डिस्टेंस नजर आया और ना ही लोगों में कोरोना के प्रति कोई डर था। यही नहीं मौके पर लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन करने के लिए ना तो होमगार्ड का कोई जवान था और ना ही पुलिस।
वही लोगों की यह शिकायत भी थी कि उन्हें घंटों लाइन में खड़े रहना पड़ता है। मगर यहां पर बैठने की और पीने के पानी आदि की भी किसी भी तरह की कोई सुविधा नहीं है। जो हालात मौके पर आज नजर आए उससे तो एक बात साफ हो जाती है कि सैंपल देने आने वाला व्यक्ति भले ही ठीक हो मगर दूसरा व्यक्ति जो पॉजिटिव होगा निश्चित ही दूसरे के संपर्क में आते वह भी पॉजिटिव आ जाएगा। उधर, जब सीएमओ डॉक्टर के के पराशर से इस बारे में बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन करना प्रशासन का कार्य है।
हमारे व्यवस्था में कोई कमी नहीं है अगर कोई कमी है तो प्रशासन की ओर से होगी। बरहाल, कोरोना के प्रति इतनी लापरवाही से तो साफ नजर आता है कि कहीं ना कहीं जागरूकता की कमी तो है ही। वहीं प्रशासन के द्वारा की गई व्यवस्थाओं में भी काफी खामियां नजर आ रही है।