चंडीगढ़ (हिमाचलवार्ता)। राज्य में डेंगू को नियंत्रित करने के मद्देनजऱ, स्टेट टास्क फोर्स द्वारा साझे तौर पर यत्न किए जा रहे हैं, जिसमें स्थानीय निकाय विभाग, ग्रामीण विकास एवं पंचायतें, श्रम, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान, जल आपूत्ति एवं स्वच्छता, स्कूल शिक्षा और पशु पालन विभाग शामिल हैं।
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि सभी को डेंगू के विरुद्ध मुहिम में हिस्सा लेना चाहिए, क्योंकि डेंगू के फैलने का समय नवंबर और दिसंबर के आरंभ तक चलता है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग, पंजाब द्वारा जनवरी से अब तक डेंगू के 10,890 नमूनों की जांच की गई है और इनमें से 4,692 मरीज़ पॉजि़टिव पाए गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि लोगों को बुख़ार के हरेक मामले की रिपोर्ट करने के लिए आगे आना चाहिए, ख़ासकर तब जब राज्य पहले ही कोविड-19 महामारी से लड़ रहा है, जिसके अंतर्गत अलग-अलग बीमारियों के लक्षण मेल खाते हैं। उन्होंने कहा कि जनता के सहयोग से ही डेंगू की रोकथाम और नियंत्रण किया जा सकता है, क्योंकि मच्छरों का प्रजनन मुख्य तौर पर घरों और दफ्तरों में होता है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने ऐवरी फ्राईडे-ड्राई डे की घोषणा की है, जिसका अर्थ है कि हफ़्ते में एक बार पानी के डिब्बों आदि को खाली और साफ़ करके डेंगू की बीमारी को रोका जा सकता है।
उन्होंने कहा कि डेंगू के बहुत से मामले राज्य के शहरी इलाकों में सामने आ रहे हैं, जहाँ कूलरों, टायरों, फ्रिजों की ट्रे, फूलों के गमले और फ़ाल्तू सामान में मच्छर का प्रजनन सबसे अधिक होता है।
स्वास्थ्य मंत्री ने सभी जि़ला अधिकारियों को हिदायतें जारी की हैं कि सरकारी अस्पतालों में बुख़ार वाले मामलों का तुरंत इलाज किया जाए, जिससे डेंगू के कारण हुई बीमारी और मृत्युदर को घटाया जा सके। उन्होंने कहा कि डेंगू प्लेटलेट की कमी का अकेला कारण नहीं है और इससे घबराना नहीं चाहिए, इस स्थिति से निपटने के लिए सरकारी अस्पतालों में सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं।
उन्होंने आगे कहा कि यदि डेंगू का कोई मामला सामने आता है तो लोगों को स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय निकाय विभाग के पास रिपोर्ट करनी चाहिए, जिससे स्थानीय निकाय विभाग द्वारा उस इलाके में छिडक़ाव और फौगिंग की जा सके।
स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों को डेंगू के विरुद्ध लड़ाई लडऩे की अपील की, क्योंकि डेंगू का कारण बनने वाला मच्छर और चिकनगुनिया (एडीज़) सिफऱ् ताज़े और साफ़ पानी में पलता है और सिफऱ् दिन के समय में ही काटते हैं।