पांवटा साहिब में मां ने ही की 4 साल की मासूम बच्ची की हत्या
फोरेंसिक जांच में खुलेंगे राज, दो दिनों से जांच में जुटी पुलिस
नाहन (हिमाचलवार्ता)। पांवटा साहिब में गोद ली हुई 4 साल की मासूम बच्ची की निर्मम हत्या उसकी माँ ने ही की थी इसका खुलासा आज पोस्टमार्टम की रिपोर्ट से हुआ। शुरुआती जांच में बच्ची के शरीर पर और गुप्तांगों में गहरे जख्म मिले हैं। लिहाजा बच्ची का नाहन मेडिकल कॉलेज के फॉरेंसिक विशेषज्ञों से पोस्टमार्टम करवाया गया है। लेकिन बेहद संगीन इस मामले में अभी तक मामले की जांच करता पुलिस का कोई पक्ष नहीं आया है।
महज 4 साल की मासूम बच्ची की निर्मम हत्या किसने और क्यों की है इस बात का भी खुलासा नहीं हो पाया है। बरहाल पुलिस की कई टीमें मामले के हर पहलू की बारीकी से जांच में जुटी हुई है। बता दें कि पांवटा साहिब में मानसिक रूप से परेशान एक महिला ने मासूम बच्ची को पीट-पीट कर मौत के घाट उतार दिया जिसे उसने अपने किसी रिश्तेदार से गोद लिया था।
कलयुगी मां ने अपने अपराध को छुपाने का प्रयास किया और निर्मम हत्या के इस मामले को बच्ची की बीमारी और दवाई की ओवरडोज से मौत का मामला बनाने का ताना-बाना बुना। लेकिन बच्ची के शरीर पर मां द्वारा दिए गहरे जख्म होने बच्ची के साथ हुई निर्मता के राज खोल दिए। डॉक्टरों की नजर बच्ची के जख्मों पर पड़ी और पुलिस को सूचित किया गया। बच्ची का नाहन मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम करवा दिया गया है।
मामला पुलिस के संज्ञान में आया तो बच्ची की कलयुगी मां और उसके रिश्तेदारों की साजिश परत दर परत उखड़ गई। जांच में पता चला कि महिला हमेशा बच्ची को घर में बंद करके रखती थी और अक्सर उस पर अत्याचार करती थी। बीते 2 तारीख के रात को महिला ने बच्चे की डंडे से पिटाई की। बच्ची के गुप्त अंगो में भी गहरी चोटें पहुंचाई। रोती बिलखती गुड़िया को बेड से उठाकर फर्श पर पटका। मां के अत्याचारों से पीड़ित बच्ची लगभग अचेत हो चुकी थी।
3 तारीख की सुबह तक भी बच्ची को होश नहीं आया तो महिला और उसके रिश्तेदार बच्ची को इलाज के लिए एक निजी क्लिनिक लेकर गए। इसी क्लिनिक में बच्ची पर अत्याचारों की दास्तान को निजी क्लीनिक के डॉक्टर की लापवाही का चोला ओढ़ाने की साजिश रची गई। बच्ची की मौत को बीमारी और दवा की ओवरडोज से मौत की कहानी गढ़ी गई। महिला और उसके रिश्तेदारों ने पुलिस के पास बच्ची की गलत इलाज से मौत की शिकायत भी दर्ज करवाई गई।
राज खुलने से पहले साजिशकर्ता महिला और उसके रिश्तेदार जांच को भटकाने का प्रयास कर रहे थे। हांलाकि प्राइवेट क्लीनिक के डॉक्टर ने बच्ची को प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया था। प्राइवेट क्लिनिक से बच्ची को पांवटा साहिब सिविल अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। लेकिन यहां डॉक्टरों की जांच में बच्ची के शरीर पर जख्म होने साजिश की कहानी कह दी। सिविल अस्पताल के डॉक्टरों ने पुलिस को सूचना दी और पुलिस ने बच्ची के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए फॉरेंसिक विशेषज्ञों के पास भेज दिया।