नाहन (हिमाचल वार्ता)। जिला सिरमौर की सबसे ऊँची चूडधार की चोटी पर लगातार बर्फ पडने के कारण जिला प्रशासन ने बाहिर सुबह आने वाले पर्यटको को वहाँ जाने पर पाबंदी लगाई है ताकि उस क्षेत्र में पडने वाले घने जंगलों में वे फंस नहीं जाए जिन्हें ढूडना भी मुश्किल हो सकता है! उपायुक्त सिरमौर आर के परुथी ने बताया कि चूडधार तक पहुचने के लिए 12 किलोमीटर पैदल घने जंगलों के बीच से गुजरना पड़ता है जहाँ जंगली जानवर घूमते रहते हैं जिन से जान को खतरा कभी भी हो सकता है! उन्होंने कहा कि इस रास्ते में जगह जगह साइनबोर्ड भी चेतावनी के रुप में लगाए गए हैं ताकि बर्फ के मौसम में लोग इस ओर नहीं जाएं और घने जंगलों में कहीं भी रास्ता भटक सकते हैं मगर चेतावनी देने के बाबजूद भी लोग चूडधार की ओर जाने से रुक नही रहे हैं! उन्होंने एक बार फिर इस ओर आने वाले पर्यटको को आग्रह किया है कि वे चूडधार की चोटी की ओर नहीं जाएं क्योंकि जीवन बहुत मुल्यवान है जिसको बचाए रखना बहुत जरूरी है!
उन्होंने कहा कि हाल ही में हरियाणा के तीन युवक चेतावनी के बाबजूद भारी बर्फबारी में चूडधार चोटी की जाते हुए रास्ता भटक गए जिस के बाद उन्होंने ने हैल्पलाईन नम्बर पर सहायता मांगी और पुलिस ने सर्च अभियान चलाकर उन्हें 28 घंटे के बाद ढूंढ कर घने जंगलों से बाहर निकाला! उन्होंने कहां है कि कोई और इस तरह घने जंगलों में फिर नहीं फंसे इसी को जानते हुए कोई भी और पर्यटक बर्फबारी के मौसम में इस ओर नहीं जाएं!