Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Breakng
    • सिरमौर के सुरेंद्र हिंदुस्तानी को रेलवे विकास निगम में मिली बड़ी जिम्मेदारी
    • बड़े स्तर पर अवैध खनन मारकंडा नदी में हो रहा है : डॉ बिंदल
    • उपायुक्त की अध्यक्षता में हुई जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक
    • जामना से पकड़ी 55 शीशीयां नशीला सिरप व 16,700 कैश, आरोपी गिरफ्तार
    • एवीएन स्कूल के दो विद्यार्थियों को बोर्ड परीक्षा की मेरिट सूची में मिला स्थान
    • मोदी की ताकत का लोहा दुनिया मानती है लेकिन भारत के विपक्षी दलों को तकलीफ़ होती है : प्रताप सिंह रावत
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Himachal Varta
    • होम पेज
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सिरमौर
      • ऊना
      • चंबा
      • लाहौल स्पीति
      • बिलासपुर
      • मंडी
      • सोलन
      • कुल्लू
      • हमीरपुर
      • किन्नोर
      • कांगड़ा
    • खेल
    • स्वास्थ्य
    • चण्डीगढ़
    • क्राइम
    • दुर्घटनाएं
    • पंजाब
    • आस्था
    • देश
    • हरियाणा
    • राजनैतिक
    Saturday, May 17
    Himachal Varta
    Home»स्वास्थ्य»आईएमए (भारतीय मैडीकल एसोसिएशन) आयुर्वेदिक डाक्टरों को आप्रेशन करने की अनुमति देने के विरोध में उतरा!
    स्वास्थ्य

    आईएमए (भारतीय मैडीकल एसोसिएशन) आयुर्वेदिक डाक्टरों को आप्रेशन करने की अनुमति देने के विरोध में उतरा!

    By Himachal VartaDecember 9, 2020
    Facebook WhatsApp

    आयुर्वेदिक डाक्टरों को आप्रेशन करने की अनुमति के विरोध में उतरा आईएमए , सरकार को भेजा ज्ञापन

    नाहन (हिमाचलवार्ता)। -इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. संजीव सहगल की अगुवाई में आयुर्वेदिक डॉक्टर द्वारा ऑपरेशन किए जाने को लेकर अपना विरोध एसडीएम कार्यालय पांवटा साहिब में दर्ज किया गया।

    वरिष्ठ डॉक्टर संजीव सहगल ने बताया कि वह आयुर्वेदिक पद्धति के खिलाफ नहीं है लेकिन एक एलोपैथिक डॉक्टर को 5 साल एमबीबीएस में लगते हैं 3 साल स्पेशलिटी और 1 साल रेजिडेंसी के तौर पर काम करना पड़ता है उसके बाद छोटे-मोटे ऑपरेशन करने की अनुमति दी जाती है।

    वही अब नेशनल काउंसिल ऑफ मेडिसिन द्वारा आयुर्वेदिक डाक्टरों को ऑपरेशन करने की छूट देने का फैसला लिया गया है जबकि आयुर्वेदिक डॉक्टर को केवल 2 साल की ही ट्रेनिंग ऑपरेशंस की दी जाती है यह बेहद कम समय है और आम जनता की जिंदगी से खिलवाड़ जैसा है।

    आईएमए इस तरह से दी जाने वाली छूट का विरोध करती है। उन्होंने कहा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा अपना विरोध दर्ज करवाने का फैसला लिया गया था जिसका विरोध दर्ज करवाने के लिए पांवटा साहिब एसडीएम कार्यालय पहुंचे हैं।

    जहां पर उन्होंने एक ज्ञापन मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश के नाम भेजा है तो दूसरा नेशनल काउंसिल ऑफ मेडिसिन को भेजा गया है। इस मौके पर पांवटा साहिब के वरिष्ठ डॉ. नीना सबलोक, डा. एवी राघव, डा. शरद गुप्ता, डा. एसपी वर्ममानी, डा. एसपी खेड़ा और डा. राजीव गुप्ता आदि उपस्थित रहे।

    Follow on Google News Follow on Facebook
    Share. Facebook Twitter Email WhatsApp


    Demo

    Recent
    • सिरमौर के सुरेंद्र हिंदुस्तानी को रेलवे विकास निगम में मिली बड़ी जिम्मेदारी
    • बड़े स्तर पर अवैध खनन मारकंडा नदी में हो रहा है : डॉ बिंदल
    • उपायुक्त की अध्यक्षता में हुई जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक
    • जामना से पकड़ी 55 शीशीयां नशीला सिरप व 16,700 कैश, आरोपी गिरफ्तार
    • एवीएन स्कूल के दो विद्यार्थियों को बोर्ड परीक्षा की मेरिट सूची में मिला स्थान
    Recent Comments
    • Sandeep Sharma on केन्द्र ने हिमालयी राज्यों को पुनः 90ः10 अनुपात में धन उपलब्ध करवाने की मांग को स्वीकार किया
    • Sajan Aggarwal on ददाहू मैं बिजली आपूर्ति में घोर अन्याय
    © 2025 Himachal Varta. Developed by DasKreative.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.