आयुर्वेद में बताए परंपरागत खानपान को अपनाकर करे स्वस्थ जीवन यापन -डॉ.परूथी
उपायुक्त ने 18 बच्चों को पिलाई रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली स्वर्ण प्राशन के ड्रॉप्स
नाहन (हिमाचलवार्ता)। उपायुक्त सिरमौर डॉ. आर.के. परुथी ने जिलावासियों से अपने जीवन में आधुनिक शैली के खानपान की जगह आयुर्वेद में बताए गए परंपरागत खानपान को ही अपनाकर स्वस्थ जीवन यापन करने का संदेश दिया। उन्होंने लोगों से बिमारियों से बचने के लिए ऋतुचर्या के अतंर्गत मौसमानुसार खानपान व रहन सहन, मादक पदार्थ रहित जीवन जीने, योग व प्राणायाम को अपने जीवन में अपनाने का आहवान किया।
उन्होंने बताया कि आयुष विभाग द्वारा संचालित की जा रही आयुष ग्राम योजना के तहत कोलर, बनकला तथा सतीवाला गांव में वर्ष भर अनेक कार्यक्रम चलाए गए थे ताकि ग्रामवासी स्वस्थ, सुखी और स्वावलंबी बन सके। इन कार्यक्रमों में युवा, आशावर्कर और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को योग, प्राकृतिक खेती, घरेलू मसालों से प्राथमिक उपचार, जड़ी बूटियों की खेती का प्रशिक्षण दिया गया तथा वन संरक्षण व औषधीय पौधें संबंधित जागरूकता शिविर भी आयोजित किए गए।
आयुष ग्राम योजना का उद्देश्य गांव के लोगों को आरोग्य बनाना, पर्यावरण शुद्धि, शुद्ध पेयजल, प्राकृतिक व जैविक खेती, गौ संवर्धन, गांव हेतु सामूहिक व आपसी भाईचारे को बढ़ावा देना है। इस योजना के तहत गांव बनकला में एक औषधीय वाटिका भी स्थापित की गई है जिसमें सामान्यजन औषधीय पौधों की पहचान कर उनके उपयोग बारे जानकारी हासिल कर सकते है। आयुष चिकित्सा शिविर में 130 मरीजों की स्वास्थ्य जांच की गई और बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए स्वर्ण प्राशन के ड्रॉप्स उपायुक्त सिरमौर द्वारा 18 बच्चों को पिलाई गई।
इसके अतिरिक्त कोलर गांव के लगभग 60 लोगों को जैविक खाद वितरित की गई और 25 से अधिक वरिष्ठ नागरिकों को स्टीम इनहेलर दिए गए। उन्होंने जिलावासियों से घरेलू स्तर पर गीले व सूखे कचरे को अलग-अलग इक्कठा करने तथा एकल प्रयोग किए जाने वाले पॉलीथीन से पालीब्रिक्स बनाने का आग्रह करते हुए कहा है कि यह कदम जिला को सुन्दर व स्वच्छ बनाने में कारगर साबित होगा। इसके अतिरिक्त उन्होंनें लोगों अधिक से अधिक पौधरोपण करने की अपील भी की।