नाहन (हिमाचलवार्ता)। भले ही प्रदेश सरकार मूलभूत सुविधाएं पहुंचाने की बात कर रही हो लेकिन धरातल की सच्चाई कुछ और ही बयां कर रही है जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र के कई गांव आज भी सड़क सुविधा से महरूम है। आलम यह है कि आज भी बीमार को अस्पताल पहुंचने के लिए पालकी पर लाना पड़ता है।
ऐसा की मामला आज जिला सिरमौर के गिरिपार की ग्राम पंचायत पोका में सामने आया। यहां पर लोग पगडंडी के रास्ते पीड़ित व्यक्ति पालकी पर अस्पताल पहुंचाते हैं तो वहीं आज एक व्यक्ति की तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर पगडंडी के रास्ते पालकी पर उठाकर सड़क तक पहुंचाना पड़ा।
यही नहीं गांव में इक्का-दुक्का परिवार होने पर अन्य गांव के लोगों का सहारा लेकर तीन किलोमीटर सड़क तक पीड़ित व्यक्ति को पहुंचाया। एक समय था जब जिला सिरमौर के पोका पंचायत का भितरकुई गांव में 2 दर्जन से अधिक परिवार रहते थे लेकिन वह वक्त भी आया जब गांव में सड़क, शिक्षा व स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं के अभाव ने ग्रामीणों को गांव से दूर करना शुरू कर दिया।
इन मूलभूत सुविधाओं के अभाव में वर्तमान में गांव इक्का-दुक्का ही परिवार शेष बच गया है कोई ऐसी बीमारी न लगे कि गांव से बाहर निकलने की नौबत आए। बुजुर्गो द्वाराअस्पताल , सड़क , पानी और स्कूल की मांग को लेकर प्रधान विधायक प्रशासन और सीएम तक की गुहार लगा चुके हैं , लेकिन पिछले कई सालों से आश्वासन पर आश्वासन मिलते जा रहे हैं।
लोगों का कहना है कि यहां पर 2 दर्जन से अधिक परिवार रहते थे लेकिन इन दिनों इक्का-दुक्का है और इनमें कोई बीमार हो जाए तो उन्हें पालकी पर अस्पताल पहुंचाना पड़ रहा है। लोगों ने कहा कि अब तो उनका नेताओं और प्रशासन से विश्वास ही उठ गया है कि कभी विकास भी होगा या नहीं।