नाहन (हिमाचलवार्ता)। जनता का दो टूक कहना है कि अस्पताल की बिल्डिंग को लगभग चालीस वर्ष हो गए हैं इसकी कोई मुरम्मत नही हुई ना ही यहां कोई स्थायी डॉक्टर बैठता है। हालांकि ये बीएमओ ऑफिस के दर्जे मे आता है। दवाई के नाम पर पेरासिटामोल की गोली ही मिलती है। काफी समय पहले एक्स-रे मशीन मिली है लेकिन उसको चलाने वाला आज तक नहीं आया। बीते दिन एक ट्रैक्टर से दुर्घटना का मामला प्रकाश में आया था उसको फर्स्ट एड की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाई थी जिस कारण पॉवटा जाते जाते रास्ते में ही उसकी मौत हो गई थी
बीघों के हिसाब से बिजली विभाग को जमीन देने के बाद भी आज तक भवन नही बनाया गया जिस कारण उपभोक्ताओं को10 की०मी० दूर पुरुवाला में बिजली के बिल जमा कराने जाना पड़ता है। सड़क की स्थिति इतनी दयनीय है कि पूरे वातावरण में धूल और मिट्टी है। धूल के कारण एक दिन मे ही ऑफिस के कंप्यूटर और प्रिंटर पखराब हो रहे हैं। नजदीक का पशुओं का चारा पशु नही खा रहे हैं।और जो खा रहे हैं वो बीमार होने के कगार पर है। स्थानीय लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर शीघ्र क्षेत्र में बिगड़े हालात ठीक नहीं हुए तो मजबूरन उन्हें अनिश्चित भूख हड़ताल पर बैठना पड़ेगा!