नाहन (हिमाचलवार्ता)। यह बहुत ही खेद का विषय है कि नाहन में मेक शिफ्ट अस्पताल को खोलने के आदेश प्रदेश सरकार ने मंत्रीमंडल में पास करने के बाद लगभग पांच माह पूर्व किए थे और इस अस्पताल में स्थापित करने के लिए 25 वेंटिलेटृर्ज खरीदे गए थे! दुख का मुख्य कारण यह है कि इस अस्पताल को खोलने के लिए अभी तक जमीन का चयन तक प्रशासन द्वारा नहीं किया गया और 25 वेंटिलेटर धूल फांक रहे हैं जो अगर चालू करने के बाद काम कर रहे होते तो कई अनमोल जीवन बचाने में सहायक सिद्ध हो सकते थे!
इस समय रिकार्ड के अनुसार जिला में कोरोना संक्रमण के एक्टिव केस 1000 से ऊपर पहुंच चुके हैं और मौत 50 से अधिक रिकार्ड बना चुकी है मगर प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन को इन की कोई चिंता नहीं सता रही है! डा0 यशवंत सिंह परमार मेडीकल कालेज का प्रशासन अगर वेंटिलेटर चालू किए होते तो मरीजों को काफी राहत मिल सकती थी जबकि मेडीकल कालेज के मेडीकल अधिक्षक डा0 कौशिक ने बताया कि वेंटिलेटर को चलाने के लिए स्टाफ ही नहीं है जिसे प्रदेश सरकार क़े द्वारा ही उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी है! हैरानी की बात यह है कि मेडीकल कालेज में आइसोलेशन वार्ड में गम्भीर मरीजों को दाखिल करने की सुविधा नहीं है! स्थानीय लोगों को आशंका पैदा हो रही है कि अगर वेंटिलेटर स्थापित करने के लिए जमीन का प्रबन्ध जिला प्रशासन नहीं कर सका और प्रदेश सरकार स्टाफ प्रदान करने में असमर्थ रही तो ये वेंटिलेटर कही निजी अस्पतालों में ही चलते बने जिस के बाद निजी अस्पताल लोगों की जेबे खाली कराने में पीछे नहीं हटेंगे! उल्लेखनीय है कि आपातकालीन स्थिति के अवसर पर मेडीकल कालेज में 500 रेमेडिसविर उपलब्ध कराए गए थे मगर इन का प्रयोग निजी अस्पताल कर रहे हैं क्योंकि मेडीकल कालेज में सुविधा नहीं है!
डा0 कौशिक ने बताया कि मेडीकल कालेज में स्थापित आइसोलेशन वार्ड में आक्सीजन प्लांट की स्थापना कर दी गई है जिसे जल्दी चालू कर दिया जाएगा!