नाहन (हिमाचलवार्ता)। डॉ वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज नाहन में बनाए गए कोविड-19 आइसोलेशन सेंटर में स्वास्थ्य सेवाओं की पोल ठीक उस समय खुली जब मुख्यमंत्री कोविड-19 की स्तिथि का जायजा लेने यहां पहुंचे हुए थे। कोविड-19 मरीजों के तीमारदारों ने यहां जमकर बवाल मचाया और स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर सवाल उठाए।
दरअसल आइसोलेशन सेंटर में कोरोना पॉजिटिव एक व्यक्ति की मौत हो गई । तीमारदारों ने आरोप लगाया कि कोई भी डॉक्टर मरीज को देखने तक नहीं पहुंचा जिसे इलाज के अभाव में उनकी मौत हो गई।
तीमारदारों ने गंभीर आरोप लगाते हैं यह भी कहा कि जब उनकी मौत होने के बाद उन्होंने शोर मचाया तो उसके बाद डॉक्टर पहुंचे कोरोना और मरीज के मृत शरीर को इंजेक्शन लगाने और ऑक्सीजन देनी शुरूकी।
तीमारदारों का कहना है कि जो भी कोरोना पॉजिटिव मरीज यहां लाया जाता है उसको आइसोलेशन सेंटर के बाहर घंटों इंतजार करना पड़ता है।
मुख्यमंत्री जब यहां पहुंचे तो कोरोना से गवा चुके शख्स की पत्नी भी आइसोलेशन सेंटर के बाहर तड़प रही थी जो खुद कोरोना पॉजिटिव है।
तीमारदारों का यह भी कहना है कि महिला दो-तीन घंटे से अस्पताल के बाहर पड़ी हुई है और उसे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती नहीं किया जा रहा है।
तीमारदारों ने मुख्यमंत्री के सामने एक एक कर आइसोलेशन वार्ड की पोल खोली और यहां तैनात डाक्टर पर कई तरह के गंभीर आरोप लगाए जिस पर मुख्यमंत्री ने सख्त कदम विभाग के खिलाफ उठाने का मौके पर जनता को आश्वासन दिया!