प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने आज तक नहीं खंगाली ट्रेबल हिस्ट्री
नाहन (हिमाचलवार्ता)। जिला सिरमौर में कोरोना वायरस के मामले दिन प्रतिदिन बढ़ रहे है। हालत यह है कि वर्तमान में जिला में करीब 16 सौ से अधिक एक्टिव मामले हो गए हैं। इन मामलों में अधिकतर के पांवटा साहिब , पच्छाद और नाहन विकास खंडों से हैं। यही नहीं कोरोना की चपेट में अब हिमाचल पथ परिवहन निगम के ड्राइवर और कंडक्टर भी आ रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक हिमाचल पथ परिवहन निगम नाहन डिपो के करीब आधा दर्जन से अधिक कंडक्टर पॉजिटिव आए हैं। बताते है कि एचआरटीसी के 6 कंडक्टर कोरोना से संक्रमित है जिसके चलते लोगों में दहशत का माहौल बन गया है।
आपको बता दें कि हिमाचल पथ परिवहन निगम के जो कंडक्टर कोरोना पॉजिटिव आए हैं उनके संपर्क में सैकड़ों लोग प्रतिदिन आए होंगें , लेकिन उनकी अभी तक ट्रैवल हिस्ट्री नहीं खंगाली गई कि ड्यूटी के दौरान कितने लोग उनके संपर्क में आये होंगे इसका कोई अता पता नहीं है।
हिमाचल पथ परिवहन निगम कंडक्टर यूनियन के अध्यक्ष दिनेश कुमार ने बताया कि जिला सिरमौर में 6 कंडक्टर कोरोना पॉजिटिव आए हैं जबकि हिमाचल में दो कंडक्टरों की कोरोना से मृत्यु हो चुकी है। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो हिमाचल प्रदेश सरकार ड्राइवर कंडक्टर को कोरोना योद्धा का दर्जा देती है दूसरी ओर जिन कर्मचारियों की कोरोना से मौत हुई है उनके परिजनों को कोई भी आर्थिक सहायता नहीं दी गई है।
उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि कोरोना योद्धाओं को आर्थिक मदद करें ताकि परिवार का निर्वाह हो सके। दिनेश कुमार ने कहा कि निगम में जितने भी चालक परिचालक है उन सभी का 2 या 3 महीने बाद कोरोना का टेस्ट करवाना अनिवार्य है क्योंकि कंडक्टर और ड्राइवर दिनभर सैकड़ों लोगों के संपर्क में आते हैं, जिसके चलते कोरोना का संक्रमण किसी को भी हो सकता है।
उधर इस बारे में अड्डा प्रभारी नाहन धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि नाहन डिपो के छह कंडक्टर कोरोना पॉजिटिव आए हैं जो होम आइसोलेशन पर है। उन्होंने कहा कि यदि किसी कर्मचारी में सर्दी , जुकाम , बुखार के लक्षण है तो उन्हें छुट्टी दे दी जाती है और कोरोना का टेस्ट करवाया जाता है।