नाहन में कोविड रोगियों के लिए 80 बैड की सुविधा आक्सीजन के साथ
नाहन (हिमाचलवार्ता)।-डा. यशवंत सिंह परमार मैडिकल काॅलेज एवं अस्प्ताल नाहन में कोविड की ‘थर्ड वेव’ की संभावना के दृष्टिगत 30 बैडिड पीडियेट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट तैयार करने की प्रक्रिया आरम्भ कर दी गई है। यह वार्ड शिुशओं के लिए सभी आवश्यक उपचार सुविधाएं जैसे वैंटिलेटर, ऑक्सीजन सप्लाई व अन्य मैडिकल उपकरणों से लैसे होगा।
विधायक एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डा. राजीव बिन्दल ने यह जानकारी आज नाहन में प्रदान करते हुए बताया कि हमारा मैडिकल काॅलेज कोरोना रोगियों के उपचार के लिए कार्य कर रहा है। हमारे मैडिकल और पैरा मैडिकल स्टाफ दिन-रात रोगियों की सेवा में जुटे हैं।
डा. बिन्दल ने कहा कि डाक्टर यशवंत सिंह परमार मैडिकल काॅलेज एवं अस्पतताल में शुरू में कोविड के मामले आने के समय 20 बैड की सुविधा थी जिनमें सिलेंडर के माध्यम से आॅक्सीजन क आपूर्ति की जा रही थी। जबकि वर्तमान में अस्पताल में 1.25 करोड़ रुपये की लागत से 300 एलपीएम आक्सीजन प्लांट के साथ 30 आईसीयू कोविड बैड सहित कुल 80 कोविड बैड के की उपलब्धता के साथ रोगियों का उपचार किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि अस्पताल में कोविड रोगियों को प्रदेश सरकार द्वारा निशुल्क दवाइयां उपलब्ध करवाई जा रही हैं और विशेषज्ञ चिकित्सकों की सलाह पर जरूरतमंद कोविड रोगी को ‘‘रेमडिसिवर’’ दवा भी दी जा रही है।
डा. बिन्दल ने कहा कि कोविड रोगियों की बेहतर देखभाल के लिए फौरी तौर पर 50 स्टाफ नर्सों और 20 वार्ड ब्वायज की अस्थाई नियुक्ति की गई है। प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही में 65 स्टाफ नर्सों की नियुक्तियां कमीशन के माध्यम से मैडिकल काॅलेल में की गई हैं।
डा. बिन्दल ने कहा कि कोविड रोगियों के उपचार और देखभाल के साथ सावधानी बरतते हुए इमरजेंसी में आने वाले अन्य रोगियों की भी जांच की जा रही है। इसी प्रकार महिला रोगियों की जांच भी गाइनोकोलोजिस्ट द्वारा लगातार की जा रही है।
ब्लैक फंगस के लिए भी तैयार हमारा मैडिकल काॅलेज-डा. बिन्दल
डा. बिन्दल ने बताया कि डा. यशवंत सिंह परमार मैडिकल काॅलेज एवं अस्पताल में ‘ब्लैक फंगस’ के मामलों को माॅनिटर करने के लिए चिकित्सकों की टीम नोटिफाई करके एक पैनल बना दिया है। इस पैनल में स्पेशलिस्ट ईएनटी, आई, डेंटल, सर्जरी, मैडिसिन, माईक्रोबायोलोजी के एक्सपर्ट शामिल हैं। उन्होंने कहा कि कोविड पैंशेंट में ब्लैक फंगस के संभावित खतरे के दृष्टिगत कोविड रोगियों की भी लगतातर माॅनिटरिंग की जा रही है।