नाहन (हिमाचलवार्ता)। कोरोना काल में देश की जनता का ही नहीं बल्कि पुरे विश्व के लोगों का आयुर्वेदिक दवाइयों पर भरोसा बढ़ा है। इसका मुख्य कारन आयुर्वेदिक पद्धति कोरोना की अब तक की दोनों लहरों में कारगर सिद्ध हो रही है।
आयुर्वेदिक चिकित्सकों का दावा है कि यदि कोरोना के लक्षणोंयुक्त व्यक्ति एक या दो दिन में ही आयुर्वेदिक पद्धति को अपना लेता है तो निश्चित तौर पर ही जल्दी ही नेगेटिव की ओर बढ़ जाता है। जिला सिरमौर में आयुष विभाग ने कोरोना काल की पहली लहर से लेकर दूसरी लहर के पीक के बीच आयुष क्वाथ के अब तक करीब 28 हजार पैकेट वितरित किए हैं।
कोरोना काल की गत वर्ष की पहली लहर के बीच जहां आयुष विभाग ने जिला प्रशासन के सहयोग से आयुष किट होम्योपैथी दवाइयां के साथ मिलकर लॉच की, जिसकी 14 हजार किटें जिला के फ्रंटलाइन वर्कर के साथ सभी क्वारंटीन सेंटर में वितरित की गई, जिसने निश्चित तौर पर लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का कार्य किया।
जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डा. राजेंद्र देव और आयुष जिला नोडल अधिकारी डा. प्रमोद पारिख ने बताया कि कोरोना संक्रमण के बीच केवल वैक्सीनेशन ही एक प्रभावी तरीका अभी तक निकला है। हिमाचल आयुष विभाग द्वारा निर्मित इम्युनिटी बूस्टर काढ़ा जिला सिरमौर के सभी 89 आयुष स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध करवाकर जरूरतमंदों को वितरित किया गया है।
डा. पारीख ने बताया कि आयुष इम्युनिटी बूस्टर के लगभग 12 हजार पैकेट से इस दौरान रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक सिद्ध हुए। यही नहीं इस दौरान जिला भर में क्वारंटीन सेंटर में आयुष चिकित्सकों व फार्मासिस्टों ने केंद्रों में उपचाराधीन मरीजों को लगातार काढ़े का सेवन करवाकर दुरुस्त किया है।
यही नहीं कोरोना की दूसरी लहर के बीच आयुष विभाग ने जिला मुख्यालय नाहन में सर्वे कर 200 लोगों पर आयुष दवाइयों व काढ़े का परीक्षण किया, जिसके चमत्कारी परिणाम इस घातक बीमारी में सामने आए हैं तथा लोगों ने कोरोना को शुरुआती दौर में ही मात दी।
वरिष्ठ चिकित्सकों ने बताया कि जिला प्रशासन के सहयोग से ही इस लहर के बीच छह क्वाथशालाओं को स्थापित किया गया है जहां जिला के सभी छह विकास खंडों में नियमित तौर पर आयुष काढ़ा पिलाया जा रहा है। यही नहीं इस बीच कोरोना से 17 दिनों के पीरियड को पूरा कर चुके लोगों को कोरोना के बाद आ रहे लक्षणों को दूर करने के लिए पोस्ट कोविड सेंटर का शुभारंभ 30 बिस्तरों युक्त कर संचालित किया जा रहा है। जिसमें मुख्य तौर पर आयुष योग प्राणायाम सहित आयुष पद्धति से पोस्ट कोविड रोगियों का उपचार सफलतापूर्वक कर रहा है।