सिरमौर में अब प्रतिदिन 3,000 सैंपलों की जांच की क्षमता, कोविड लैब में बढ़ी सुविधाएं
नाहन 21 जून ( हिमाचलवार्ता) :- कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में बेशक गिरावट आ गई है, लेकिन संक्रमण से संबंधित लक्षण वाला कोई भी व्यक्ति कोरोना टैस्ट से वंचित न रहे, इसको लेकर जिला सिरमौर में अब प्रतिदिन व्यापक स्तर पर सैंपलिंग की जा रही है। जिला में सैंपलिंग बढ़ाने के साथ-साथ इसकी जांच में भी काफी तेजी लाई गई है।
इसका बड़ा कारण नाहन मेडिकल काॅलेज में स्थित कोर्विड-19 लैब में जांच सुविधाओं का बढ़ना भी है। लिहाजा प्रतिदिन जहां लगभग 2000 सैंपलों की जांच की जा रही है, तो वहीं कोविड लैब में अब रोजाना 3000 सैंपलों की जांच करने की क्षमता है।
मीडिया से बात करते हुए डीसी सिरमौर डा. आरके परूथी ने बताया कि हालांकि जिला में कोरोना के मामलों में गिरावट आई है, लेकिन कोई भी मामला ऐसा न रहे कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति हो और वह अपना टैस्ट न करवाएं।
इसके लिए जिला में जितने भी तहसीलदार, नायब तहसीलदार, एसडीएम, बीडीओ, बीएमओ व पुलिस सभी को एक टारगेट दिया गया है। जिला से शिकायतें आ रही थी कि लक्षण होने के बावजूद भी लोग अपना कोरोना टैस्ट नहीं करवा रहे हैं।
जिला प्रशासन ने टास्क फोर्स की एक टीम भी बनाई है। जिसके माध्यम से लोगों को टैस्टिंग के लिए प्रेरित किया जा रहा है। यही वजह है कि अब जिला में प्रतिदिन करीब 2000 सैंपलिंग हो रही है।
डीसी ने कहा कि पहले कोरोना टैस्टिंग की जांच की करीब 1000 की सुविधा मौजूद थी। मेडिकल काॅलेज को दूसरी पीसीआर मशीन मिली है।
ऑटोमेटेड आरएनए एक्सट्रैक्टर आ गया है। एक ओर अतिरिक्त मशीन भी आई है। इसके बाद एक दिन में तकरीबन 3 हजार सैंपलों की भी जांच की जा सकती है।
उन्होंने बताया कि जब से जिला में कोविड-19 लेब बनी है, तभी से सेम डे या अगले दिन रिजल्ट आ रहे थे, लेकिन अब शाम 7 से 9 बजे तक जांच के सभी परिणाम मिले रहे हैं।
जिला प्रशासन ने लोगों से यह भी आग्रह किया कि अभी भी लोग कोरोना को लेकर जहां-जहां अवहेलना कर रहे हैं, वहां उन्हें जागने के साथ-साथ अलर्ट रहने की जरूरत है।
कोविड प्रोटोकाॅल का सख्ती से पालन करना होगा। सार्वजनिक समारोह में जाने से बचें, ताकि कोरोना महामारी से सभी को बचाया जा सके।